Air quality Khabarwala 24 News Hapur : जनपद में जहरीली हवा ने दमा और सांस के मरीजों की टेंशन बढ़ा दी है। लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश की समस्या महसूस हो रही है। दीपावली से पहले ही जनपद में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को AQI 343 पहुंच गया। घना प्रदूषण छाए रहने से जिला गैस चैंबर में बदल चुका है।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है। ऐसे में प्रदूषण से राहत की कोई उम्मीद नहीं है। पर्यावरण विशषज्ञों के अनुसार , प्रदूषण से निपटने के लिए सरकारी उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। सुबह के समय आसमान में धुंध और स्मॉग की चादर है। जिससे सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम है। वहीं, लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। जिले में शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर इस साल का सबसे ज्यादा रहा था। वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 400 पहुंच गया था। इससे लोगों को आंखों में जलन के साथ ही सांस फूलने व त्वचा में संक्रमण होने की शिकायत होने लगी।
घातक हो सकता है खुली हवा में सांस लेना (Air quality)
विशेषज्ञों ने खुली हवा में सांस नहीं लेने के लिए अलर्ट जारी किया है। पीसीपीबी के एप पर भी चेतावनी जारी की हुई है। प्रदूषण की मौजूदा स्थिति में खुली हवा में सांस लेने को असुरक्षित बताया गया है। एेसे में सांस लेने से फेफड़ों व स्वांस नली में सूजन, आंखों में जलन, त्वचा में खिंचाव, खुजली, हाई बीपी, चक्कर आने व जी मिचलाने की शिकायत हो सकती है।
भाप लें (Air quality)
प्रदूषण के कारण कई प्रदूषक हमारी सांस नली में इकट्ठा होते रहते हैं। जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ, गले में खरास और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्म पानी की भाप लेना आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इससे आपकी सांस की नली में इकट्ठा हुई गंदगी भी साफ होती है और आप बेहतर तरीके से सांस ले पाते हैं। इसलिए बढ़ते प्रदूषण के मौसम में रोज स्टीम लेना फायदेमंद हो सकता है।
प्रदूषण से बचाव के लिए यह अपनाएं (Air quality)
-घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क जरूर लगाएं
-प्रदूषण के असर से अपनी त्वचा और आंखों को बचाने के लिए जब भी घर से बाहर निकलें तो आंखों पर चश्मा जरूर लगाएं
-घर के बाहर सड़क को गीला करें। ऐसा करने से धूल के दूषित कण हवा में नहीं उड़ेंगे
प्रदूषण से होने वाली परेशानी (Air quality)
जुकाम होना
सांस लेने में तकलीफ
आंखों में जलन
खांसी, टीबी और गले में में इंफेक्शन
साइनस, अस्थमा
फेफड़ों से संबंधित बीमारियां