Akp Khabarwala 24 News Hapur(साहिल अंसारी) : आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर संगीता अग्रवाल के निर्देशन में शोध कार्य कर रहे दो छात्रों द्वारा अपने शोध प्रबंध का “पूर्व प्रस्तुतीकरण” (प्री सबमिशन) किया गया।
वस्तुत: शोध प्रबंध जमा करने के पूर्व शोध छात्र एवं मुख्य पर्यवेक्षक को प्री- सबमिशन फॉर्म को औपचारिक रूप से पूर्ण कर जमा कराने का निर्देश दिया जाता है, जिसमें शोध छात्र लगभग दो पृष्ठों में शोध प्रबंध की केंद्रीय संवेदना को सेमिनार के माध्यम से प्रस्तुत करता है। शोध प्रबंध जमा करने के 2 महीने पूर्व यह फॉर्म भरकर संबंधित विश्वविद्यालय को भेजने की प्रक्रिया के साथ यह कार्य पूर्ण होता है।
शोध छात्र विजय कुमार का शोध विषय “चक्रपाणिविजयम् तथा युधिष्ठिरविजयम् महाकाव्य में वर्णित समाज”तथा शोध छात्र सतलेश कुमार यादव का शोध विषय “प्रमुख पुराणों में अंतर्निहित श्री कृष्ण कथा का वस्तु वैविधय् की दृष्टि से अनुशीलन”था। दोनों ही छात्रों ने सेमिनार के माध्यम से शोध प्रविधि तथा शोध विषय की आख्या प्रस्तुत की तथा श्रोताओं के प्रश्नों का समुचित उत्तर दिया।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर साधना तोमर ने अपने संबोधन भाषण पुराण एवं श्री कृष्ण से संबंधित शोध कार्यों की प्रासंगिकता को रेखांकित किया तथा दोनों छात्रों एवं शोध निर्देशिका प्रोफेसर संगीता अग्रवाल को बधाई दी। कार्यक्रम के समापन पर प्रोफेसर संगीता अग्रवाल ने दोनों छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की तथा संगोष्ठी में उपस्थित संस्कृत विभाग की प्रो.वसुधा श्री, विनीता पारस एवं डॉ. मीनू वर्मा, महाविद्यालय की प्रबुद्ध प्राध्यापिकाओं एवं छात्राओं का आभार व्यक्त किया।