Khabarwala 24 News Amethi : यूपी के जनपद अमेठी के मुसाफिरखाना तहसील क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच ) 56 बाईपास के मुआवजा वितरण घोटाले में दो पीसीएस अफसरो को नामजद व अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि अफसरों ने बाईपास के मुआवजा वितरण में 382 करोड़ रुपए की सरकार को राजकोषीय क्षति की है। इस मामले का पर्दाफाश डीएम द्वारा जांच करवाए जाने के बाद हुआ था। मुसाफिरखाना के रजिस्ट्रार कानूनगो ने मुसाफिरखाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है मामला
एनएच 56 से जुड़े दो बाईपासों के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा वितरण में घपले का मामला सामने आने पर डीएम राकेश कुमार मिश्र ने साल भर पहले तत्कालीन एडीएम आरके द्विवेदी की अगुवाई में एक कमेटी बनाते हुए जांच करवाई थी। डीएम ने पूरी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। जांच रिपोर्ट पर लंबे समय से लगातार मंथन चल रहा था। प्रकरण में शासन ने जिला प्रशासन को आदेश जारी करते हुए दोषी पाए गए अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने को कहा था।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
शासन के आदेश के क्रम में बुधवार को मुसाफिरखाना के रजिस्ट्रार कानूनगो सुरेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव ने कोतवाली में तहरीर देते हुए मुआवजा निर्धारण और वितरण में घपले का आरोप लगाते हुए तत्कालीन भूमि अध्याप्ति अधिकारी/ एसडीएम आरडी राम तथा अशोक कनौजिया पर धोखाधड़ी तथा गबन की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। इन दोनों अधिकारियों के अतिरिक्त अन्य अज्ञात पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी आरडी राम सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि अशोक कनौजिया की तैनाती लखनई में बताई जा रही है। पुुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।