Khabarwala24 News MEERUT : ANIL DUJANA ENCOUNTER पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना का पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खौफ था। बृहस्पतिवार दोपहर को मेरठ में भोला की झाल पर एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया। उस पर लूट डकैती हत्या समेत 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे।
कुछ दिन पहले ही जमानत पर आया था
मेरठ में एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में टीम ने उसे गंगनहर पर सूचना मिलने के बाद घेर लिया था, अनिल दुजाना ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग की, जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना के पिछले दिनों जेल से बाहर आने की सूचना मिलने के बाद कई दिन से मेरठ एसटीएफ और वेस्ट यूपी की पुलिस उस की तलाश में जुटी हुई थी। कुख्यात बदमाश अनिल दुजाना पिछले काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था, लेकिन कुछ समय पहले वह जमानत पर बाहर आ गया।
खाद व्यापारी की दुजाना ने की थी हत्या
मुजफ्फरनगर में छपार के खाद व्यापारी राजीव त्यागी की हत्या के मामले में कुख्यात अनिल दुजाना को आरोपी बनाया गया था। मुकदमा अदालत में विचाराधीन है और 11 मई को सुनवाई होनी है। छपार के खाद व्यापारी राजीव गर्ग अपने भाई संजीव त्यागी की हत्या के मामले में गवाह थे। वर्ष 2013 में राजीव त्यागी की हत्या कर दी गई थी। वारदात में अनिल दुजाना और जोगेंद्र जुगाला समेत कई आरोपियों को नामजद किया गया था।
तलाश में लगी थी सात टीमें
अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगातार लगी हुई थी। कुछ दिनों से 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। अनिल दुजाना के बाहर आने से गवाहों में डर था।
पिछले सप्ताह दर्ज हुए थे दो मुकदमें
बताया जाता है कि जेल से बाहर आते ही अनिल दुजाना ने जयचंद प्रधान मर्डर केस में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी। जिसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों ने अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में दो मुकदमे दर्ज किए।
दो साल पहले बागपत के घिटोरा की पूजा से की थी शादी
अनिल दुजाना की पत्नी पूजा बागपत जिले के घिटोरा गांव की रहने वाली है। वह पढ़ी-लिखी लड़की है और युवती गुर्जर समाज से ही है। अनिल दुजाना और पूजा की सगाई पहले ही हो चुकी थी, लेकिन सगाई के बाद अनिल जेल चला गया था। अनिल दुजाना जैसे ही उत्तर प्रदेश की महाराजगंज जेल से रिहा हुआ। उसने पूजा से विवाह कर लिया था।
पत्नी को बनाना चाहता था जिला पंचायत सदस्य
शादी करने के बाद अनिल दुजाना कुछ दिनों के लिए शांत हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव आया तो उसने अपनी पत्नी को टिकट दिलवा दिया। हालांकि, तत्कालीन पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने अनिल दुजाना के खिलाफ शिकंजा कसा और जयचंद प्रधान हत्याकांड में एक और मुकदमा दर्ज हो गया। जिसके बाद अनिल की पत्नी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। जयचंद हत्याकांड में उसकी पत्नी संगीता ने बादलपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया था।
अनिल दुजाना ने की यूपी एसटीएफ पर फायरिंग:अमिताभ यश
उत्तर प्रदेश पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक और उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) के प्रमुख अमिताभ यश ने बताया, “अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बेहद खूंखार अपराधी था। उसका मुख्य धंधा रंगदारी वसूल करना और फिरौती लेकर हत्या करवाना था। लंबे अरसे से यूपी एसटीएफ उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इसी दौरान शुक्रवार को उससे जुड़ा इनपुट मिला। यूपी एसटीएफ ने मेरठ में उसकी घेराबंदी की। अनिल दुजाना और उसके साथियों ने यूपी एसटीएफ पर गोलीबारी की। जवाबी कार्रवाई की गई। जिसमें अनिल दुजाना को गोली लगी। यूपी एसटीएफ के जवान अनिल दुजाना को घायल अवस्था में लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां उसे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का खूंखार अपराधी था : प्रशांत कुमार
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, “अनिल का वास्तविक नाम अनिल नागर था। वह गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर थाना क्षेत्र में पड़ने वाले दुजाना गांव का रहने वाला था। इस वजह से लोग उसे अनिल दुजाना बोलते थे। वह पश्चिम उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बना हुआ था। उसके खिलाफ 50 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही में उसने गौतमबुद्ध नगर में एक कारोबारी से रंगदारी मांगी थी और एक गवाह को जान से मारने की धमकी दी थी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उसके खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए। उत्तर प्रदेश पुलिस अनिल दुजाना को लगातार तलाश कर रही थी। इसी सिलसिले में शुक्रवार को अनिल दुजाना की घेराबंदी की गई। जिसमें अनिल दुजाना मारा गया है।