Khabarwala 24 News New Delhi: Animesh Pradhan Second Rank in UPSC यूपीएससी का रिजल्ट आने के बाद अनिमेष प्रधान खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। ओडिशा के तालचेर के रहने वाले अनिमेष अपनी मां की खातिर यूपीएससी में झंडे गाड़ना चाहते थे। यूपीएससी के इंटरव्यू की तैयारी के दौरान ही मां की कैंसर के कारण मृत्यु हो गई। 24 साल के अनिमेष ने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है और एआईआर 2 रैंक हासिल किया है। अनिमेष ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी उन्होंने हौसला नहीं खोया और डटे रहे। मां के रहते अपने सपने को पूरा करने की चाह अनिमेष की अधूरी रह गई। वे बताते हैं कि उनको पता था कि मां को लाइलाज बीमारी है। लेकिन वे उनके रहते आईएएस बनना चाहते थे। ताकि मां गौरवान्वित महसूस करें।
समाजशास्त्र को चुनाव (Animesh Pradhan Second Rank in UPSC)
अनिमेष नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी राउरकेला से कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर चुके हैं। समाज और देश के मुद्दों को सुलझाने की रूचि बचपन से ही थी। जिसके कारण वैकल्पिक विषय के तौर पर समाजशास्त्र को चुना। खुद को मानसिक और तार्किक रूप से दृढ़ बनाया। अनिमेष ने बताया कि सामाजिक विज्ञान का सिर्फ एक पेपर बीटेक में होता था। यहीं से इस सब्जेक्ट में रूचि हुई। उन्होंने तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली। रोज 7 घंटे पढ़ाई की। वे ओडिशा के लिए ही काम करना चाहते हैं। प्रदेश कैडर ही उनकी इच्छा है।
लोगों के जीवन में लाना चाहते हैं बदलाव (Animesh Pradhan Second Rank in UPSC)
वे कहते हैं कि राज्य में काम करते हुए लोगों की सेवा की इच्छा है। लोगों के जीवन में बदलाव लाना चाहता हूं। प्रधान को पत्रकारिता, फ्री स्टाइल डांस और संसदीय बहस में भी रूचि है। 11वीं की पढ़ाई के दौरान दिसंबर 2015 में पिता को भी खो चुके हैं। माता-पिता को खोना उनके लिए सबसे बड़ी क्षति है। अनिमेष दूसरे प्रतिभागियों को सलाह देते हैं कि किसी भी हाल में हौसला न छोड़ें। 20 साल बाद किसी शख्स ने ओडिशा से सेकेंड रैंक हासिल किया है। 2003 में टॉपर की उपलब्धि यहां की रूपा मिश्रा ने अपने नाम की थी।