Khabarwala 24 News Jamshedpur: Anuj Kanojia Encounter झारखंड के जमशेदपुर में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में ढाई लाख के इनामी शूटर अनुज कनौजिया को ढेर कर दिया गया।। यह एनकाउंटर यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान हुआ। कनौजिया कुख्यात मुख्तार अंसारी गैंग का सक्रिय सदस्य था और लंबे समय से फरार चल रहा था।
मुठभेड़ में हुआ ढेर (Anuj Kanojia Encounter)
जानकारी के अनुसार, यूपी एसटीएफ और झारखंड एटीएस की टीम जमशेदपुर के गोविंदपुर इलाके में उसकी गिरफ्तारी के लिए पहुंची थी। जैसे ही टीम ने अनुज को पकड़ने की कोशिश की, उसने गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया।
जमदेशपुर में छिपकर रह रहा था कनौजिया (Anuj Kanojia Encounter)
पुलिस को सूचना मिली थी कि कन्नौजिय जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके पास से एक रेग्युलर पिस्टल भी बरामद की है। इस मुठभेड़ में यूपी एसटीएफ के डीएसपी को भी गोली लगी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई जब मुख्तार अंसारी की मौत को ठीक एक साल पूरा हुआ है। अधिकारियों ने इसे गैंग से जुड़े अपराधियों के लिए कड़ा संदेश करार दिया है।
कौन था अनुज कनौजिया?(Anuj Kanojia Encounter)
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का रहने वाला अनुज कनौजिया मुख्तार अंसारी का सबसे भरोसेमंद शूटर माना जाता था। उसके खिलाफ मऊ और गाज़ीपुर में हत्या, रंगदारी और फिरौती जैसे दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। वह पिछले पांच सालों से फरार था। शुरुआत में उसके ऊपर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था, लेकिन लंबे समय तक पुलिस से बचने के कारण यह बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये कर दिया गया था.
कनौजिया के नेटवर्क पर पुलिस की सख्त कार्रवाई (Anuj Kanojia Encounter)
कनौजिया को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश और झारखंड पुलिस लगातार दबाव बना रही थी। पुलिस ने पहले ही आजमगढ़ में स्थित उसके घर को बुलडोजर से गिरा दिया था। इसके अलावा, उसके परिवार के कई सदस्यों को भी गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।
हीरो होंडा एजेंसी संचालक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या(Anuj Kanojia Encounter)
अनुज कनौजिया का मऊ जिले में एक समय में इतना आतंक था कि उसकी दहशत में दुकान के बोर्ड से लोगों ने अपने मोबाइल नंबर मिटवा दिए थे। इसका सबसे ज्यादा खौफ रानीपुर और चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बाजारों में था। चिरैयाकोट बाजार में होली से पहले हीरो होंडा एजेंसी संचालक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2009-10 में जिले का एक बड़ा ठेका मैनेज करने में कुछ लोग अड़चन पैदा कर रहे थे। इस पर अनुज ने एक इंजीनियर की हत्या कर दी थी। पुलिस ने अनुज और इसके साथियों को गिरफ्तार किया था, जहां उसे जिला जेल मऊ से गोरखपुर कारागार भेजा गया था।
अनुज कनौजिया गोरखपुर जेल में वर्ष 2016 तक रहा। इसके बाद मेरठ भेज दिया, वहां जाकर अनुज कनौजिया की बेल हो गई। वर्ष 2019 में मऊ के तरंवा ऐराकला गांव में एक व्यक्ति की हत्या में अनुज को आरोपी बनाया गया था। इसमें मुख्तार अंसारी के साथ ही अनुज समेत 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। तभी से अनुज कन्नौजिया फरार चल रहा था।
सितंबर 2021 में कुर्क हुई थी अनुज की संपत्ति(Anuj Kanojia Encounter)
बाहुबली मुख्तार अंसारी के करीबी अनुज कनौजिया की संपत्ति को कोर्ट के निर्देश पर 21 सितंबर 2021 को बहलोलपुर नवापुरा में चल-अचल संपत्ति को कुर्क कर लिया गया था। तत्कालीन एसपी के अनुसार, माफिया मुख्तार गैंग के खिलाफ तरवां थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें अनुज कनौजिया ही फरार था। वह न्यायालय में पेश नहीं हो रहा था। इस पर गैंगस्टर कोर्ट ने उसके खिलाफ कुर्की का आदेश जारी किया था।