AQI Khabarwala 24 News Hapur : शनिवार की अपेक्षा वायु गुणवत्ता सूचकांक एक ही दिन में 71 अंक बढक़र 286 तक पहुंच गया। जिसके कारण लगभग पूरे दिन वातावरण में धुंध छाई रही और घर से बाहर निकलने पर लोगों को आंखों में जलन महसूस हुई। जिस प्रकार के हालात बन रहे हैं उसे देखते हुए लगता है कि दिवाली के बाद हालात खतरनाक होंगे, जो अच्छे संकेत नहीं हैं।
लगातार प्रदूषण का स्तर बढऩे से आमजन का जीवन भी पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। कामकाज से लेकर सुबह की सैर तक पर प्रदूषण का गहरा असर पड़ा है। बड़ी बात है कि कुछ दिन पहले से प्रदूषण की स्थिति बेहतर चल ही थी। उम्मीद की जा रही थी दिवाली तक मौसम साफ बना रहेगा। लेकिन अचानक एक बार फिर वातावरण पर धुंध छा गई है। प्रदूषण में व्याप्त धुंध के कारण बाहर की हवा लोगों को परेशान कर रही है।
ईपीसीए (इनवायर्नमेंट पॉल्यूशन प्रिवेंशन एंड कंट्रोल अथॉरिटी) द्वारा लागू की गई पाबंदी के बावजूद हालातों में सुधार नहीं हुआ है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में लगातार बढ़ोत्तरी जारी है। दिवाली से पहले वातावरण में छायी धुंध को देखते हुए इस बार दीपावली के बाद शहर के हालात काफी गंभीर हो सकते हैं। आतिशबाजी हुई तो प्रदूषण कई गुना तक बढ़ जाएगा। ऐसे में हालात सुधरने में कई दिन तक लग सकते हैं।
लोगों को हो रही आंखों में जलन सांस, लेने में दिक्कत (AQI )
प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही लोगों को समस्याएं होने लगी हैं। घरों से बाहर निकलने वाले लोगों को आंखों में जलन हो रही है और बुजुर्ग लोगों को सांस लेने में दिक्कत शुरू हो गई है। जैसे जैसे धुंध बढ़ेगी, लोगों को यह दिक्कतें और बढऩी शुरू हो जाएंगी।
फिजिशियन डॉ. गौरव मित्तल ने बताया कि वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में से 60 फीसदी दिल की बीमारी से होती हैं। पीएम 2.5 आकार के सूक्ष्म कण फेफड़ों के रास्ते कई बार दिल की धमनियों तक पहुंचकर अटैक का कारण बनते हैं। प्रदूषण से रक्तचाप भी बढ़ता है। गहरी धुंध से धूप से मिलने वाली विटामिन-डी नहीं मिल पा रही है।
ग्रेप का तीसरा चरण हो सकता है लागू (AQI )
एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण रोकने के लिए ग्रेप के तहत दूसरे चरण की पाबंदियां लागू हैं, लेकिन उस तरह की सख्ती नजर नहीं आ रही है। खुले में निर्माण सामग्री पड़ी है और वाहन चालक भी नियमों को ताक पर रख रहे हैं। नगर में छिडक़ाव की भी कोई व्यवस्था नहीं है। हालांकि जिस प्रकार के हालात चल रहे हैं, उसे देखते हुए ग्रेप का तीसरा चरण जल्द ही लागू हो सकता है। इसके तहत पाबंदियां और बढ़ जाएंगी।