AQI Today Khabarwala24 News Hapur: दिल्ली की दूषित हवा ने एनसीआर की आबोहवा को भी खराब कर दिया है। जिस कारण जनपद हापुड़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई)AQI 195 खराब श्रेणी में पहुंच गया है। मंगलवार को दशहरा पर यह एक्यूआई धुंध बढ़ाने का काम करेगा। कोहरा और धुंध दिन का तापमान घटाएगी, लेकिन रात के तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है। तापमान गिरने और नमी बने रहने के कारण मौसम में बदलाव दिखेगा। ओस भी पड़ेगी।
मंगलवार को जनपद हापुड़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 195 रहा, जो सामान्य से काफी अधिक है। पंजाब की हलचल के बाद दिल्ली-एनसीआर का प्रदूषण बढ़ने लगा है। इसका असर धीरे-धीरे उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों तक पहुंचेगा। अभी भी उत्तर पश्चिम हवाएं चल रही हैं। नवंबर से पहले धुंध, स्माग भी आमतौर पर नवंबर से कोहरा पड़ना शुरू होता है, लेकिन इस बार अक्तूबर माह में ही इसकी शुरुआत हो गई है। खुले क्षेत्रों में सुबह और देर रात कोहरा पड़ने लगा है। 24 से 48 घंटों के अंदर यह धुंध और कोहरे के रूप में दिखाई देना तय है।
बढ़ने लगेगा रात का तापमान (AQI Today )
मंगलवार को अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा। सोमवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री था। इसके विपरीत न्यूनतम तापमान 16 डिग्री से बढ़ कर 17 डिग्री पहुंच गया। अभी रात के तापमान में और वृद्धि संभव है, लेकिन दिन का पारा घट सकता है। यदि उत्तर पश्चिमी हवाएं अधिक तेज न हुईं तो धुंध की स्थिति दो-तीन दिन बनी रह सकती है।
रात में पड़ सकती है ओस, सेहत रखें ध्यान (AQI Today )
मौसम में एक नया बदलाव भी आने वाला है। अगले कुछ दिनों में रात और सुबह के समय ओस भी गिर सकती है। इससे लोगों की सेहत पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने और सेहत का ध्यान रखनें की हिदायत दी है। चिकित्सकों का कहना है कि बदलता मौसम कई प्रकार की बीमारियों को लेकर आता है।
इस प्रकार लोग करें बचाव
खुली हवा में निकलने से पहले मास्क लगाना ना भूलें।
आंखों पर चयश्मा पहनकर रहें, आंखों को बचाया जा सके।
पानी का सेवन करें, जिससे प्रदूषण का कुप्रभाव कम हो जाए।
घरों के आसपास पानी का छिड़काव करें और पौधों पर छिड़काव करके पत्तियों को साफ करते रहें।
अपनी कार के शीशे बंद रखें और बाइक पर हेलमेट का शीश बंद करके चलाएं।
जर्जर सड़कों वाले क्षेत्र से होकर निकलने से बचें और कूड़े में आग न लगाएं।
बच्चों, बीमारों, बुजुर्गों और गर्भवतियों को ज्यादा प्रदूषण वाले क्षेत्रों में ले जाने से बचें।
अपने चेहरे और आंखों को कई बार पानी से धोते रहें।