Khabarwala 24 News New Delhi : Arpita Roy Yoga Teacher आमतौर पर जीवन में ऐसे दर्दनाक हादसे के बाद लोग टूट जाते हैं। लेकिन हैदराबाद की अर्पिता रॉय ने हिम्मत हारने के बजाय, न सिर्फ शारीरिक, बल्कि आर्थिक रूप से भी अपने आप को आत्मनिर्भर बनाया । आज वह एक सफल योगा टीचर हैं और लोगों को योग से जोड़कर खुशियां फ़ैलाने का काम कर रही हैं। आज वह कठिन से कठिन योग आसन करती हैं और दूसरों को भी सिखाती हैं। करीबन 17 साल पहले, हैदराबाद की अर्पिता कोलकाता में हुए एक बाइक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। उस हादसे के बाद, वह कई महीनों तक अस्पताल में रहीं। उस समय इलाज में हुई देरी के कारण अर्पिता ने अपने दोनों पैर खो दिए थे। आज अर्पिता रॉय को देखकर कोई नहीं कह सकता कि वह एक समय पर चल भी नहीं पाती थीं।
आसान नहीं था योग टीचर बनना | Arpita Roy Yoga Teacher
उस हादसे के समय अर्पिता महज 20 साल की थीं। एक बिंदास, अल्हड़ और कॉलेज जाने वाली उस लड़की के लिए वह समय काफी मुश्किलों से भरा था। हालांकि, उन्हें कृत्रिम पैर मिले थे, लेकिन शुरुआत में इन चीजों के साथ काम करना या चलना इतना भी आसान नहीं था।
दूसरों पर निर्भर नहीं अब अर्पिता | Arpita Roy Yoga Teacher
मजबूत इरादों वाली अर्पिता ने दूसरों पर निर्भर रहने के बजाय खुद चलना शुरू किया। समय के साथ वह कृत्रिम पैरों के साथ खड़ी हो गईं। अब अर्पिता अपने आप को आत्मनिर्भर बनाना चाहती थीं। उन्होंने बाहर जाकर नौकरी करनी शुरू की। लेकिन आर्टिफिशियल पैरों की वजह से लोग उन्हें दया की भावना से देखते थे।
मन के लिए काफी कारगर है योग | Arpita Roy Yoga Teacher
तब अर्पिता ने अपने आप को मजबूत बनाने के लिए योग का सहारा लिया। अर्पिता कहती हैं कि योग सिर्फ आसन करने या शरीर को बैलंस करने के नहीं, मन को बैलेंस करने के लिए भी काफी कारगर है। उन्होंने साल 2015 में योग सीखना शुरू किया था।
ऑफलाइन और ऑनलाइन योग | Arpita Roy Yoga Teacher
समय के साथ उनकी रुचि योग में इतनी बढ़ गई कि मात्र चार साल में वह हैंडस्टैंड जैसे कठिन आसन भी आराम से करने लगीं। आज अर्पिता एक सफल योग टीचर हैं और कई लोगों को ऑफलाइन और ऑनलाइन योग सिखाती हैं। अब वह पूरी तरह से आत्मनिर्भर हैं।