Khabarwala 24 News New Delhi: Arvinder Singh Lovely Resigns लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि लवली ने दिल्ली कांग्रेस प्रभारी महासचिव दीपक बाबरिया के साथ अनबन के चलते पद छोड़ा है।
क्या है पूरा मामला (Arvinder Singh Lovely Resigns)
दरअसल, ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब नेताओं ने बाबरिया के तौर-तरीकों पर आपत्ति जताई है। लवली के मुताबिक, उन पर बाबरिया के खिलाफ रहने वाले नेताओं को बाहर करने का भारी दबाव है। इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं। लवली ने अपने लेटर में लिखा,’यह पत्र में बहुत भारी दिल से लिख रहा हूं।
मैं पार्टी में खुद को एकदम लाचार महसूस करता हूं। इसलिए अब दिल्ली के अध्यक्ष पद पर बना नहीं रह सकता। दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के लिए गए सभी सर्वसम्मत फैसलों पर एकतरफा दिल्ली के प्रभारी (दीपक बाबरिया) रोक लगा देते हैं। जब से मुझे दिल्ली का पार्टी चीफ बनाया गया है, तब से मुझे किसी को भी सीनियर पद पर नियुक्त करने की अनुमति नहीं है।’
लवली ने पत्र में यह लिखा (Arvinder Singh Lovely Resigns)
अरविंदर सिंह लवली ने पत्र में लिखा है कि मैंने एक अनुभवी नेता को मीडिया प्रभारी के रूप में नियुक्ति के लिए अनुरोध किया, लेकिन दिल्ली प्रभारी ने इसे खारिज कर दिया। दिल्ली प्रभारी ने अब तक ब्लॉक प्रभारी नियुक्त करने की अनुमति भी नहीं दी है। इसके कारण ही अब तक दिल्ली के 150 ब्लॉक में प्रभारियों की नियुक्ति नहीं हो सकी है।
इस्तीफे के कई कारण बताए (Arvinder Singh Lovely Resigns)
प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने का कारण बताते हुए अरविंदर सिंह लवली ने लिखा, ‘दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को AICC महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया। AICC महासचिव ने मुझे DPCC में कोई वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी। मीडिया के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के लिए मेरे अनुरोध को सिरे से खारिज कर दिया गया।’
कन्हैया कुमार को लेकर भी नाराज
इसके अलावा, कन्हैया कुमार का जिक्र करते हुए अरविंदर सिंह लवली ने लिखा, ‘उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार (कन्हैया कुमार) पार्टी लाइन और मान्यताओं का खंडन करते हुए दिल्ली के सीएम की झूठी प्रशंसा कर रहे हैं और मीडिया में बयान दे रहे हैं। उन्होंने दिल्ली के नागरिकों की पीड़ा को न देखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली क्षेत्र में किए गए कथित कार्यों को लेकर आप के झूठे प्रचार का समर्थन किया।