Khabarwala 24 News New Delhi : Ayodhya Praan Pratishtha 22 जनवरी को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु विमान के जरिए अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसी स्थिति में, अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट को सिटी साइड से लेकर एयरसाइड तक कई तरह की चुनौतियां खड़ी हो गईं हैं। वरिष्ठ एयरपोर्ट अधिकारी के अनुसार, 22 जनवरी को अयोध्या एयरपोर्ट पर सबसे बड़ी चुनौती समय पर विमानों की समय पर लैंडिंग और उनकी पार्किंग होगी। दरअसल, अयोध्या एयरपोर्ट पर सिर्फ एक रन-वे और कुल आठ पार्किंग-वे मौजूद है, जिसमें एक पार्किंग-वे एटीआर एयरक्राफ्ट के लिए है। वहीं, अबतक की स्थिति के अनुसार, एयर इंडिया और इंडिगो की पांच शेड्यूल्ड एयरक्राफ्ट के साथ स्पाइस जेट का स्पेशल एयरक्राफ्ट 22 जनवरी की सुबह अयोध्या एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे। इसके अलावा, करीब 42 प्राइवेट चार्टर एयरक्राफ्ट भी अयोध्या पहुंच रहे हैं।
इंडिया वन एयरक्राफ्ट से आ सकते पीएम (Ayodhya Praan Pratishtha)
संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया वन एयरक्राफ्ट से अयोध्या पहुंच सकते हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपने एयरक्राफ्ट से अयोध्या पहुंच सकते हैं। इसके अलावा, कई ऐसे वीवीआईपी हैं जो विमान से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं। अब तक मिले फ्लाइट प्लान के अनुसार, विमानों के एप्रोच और लैंडिंग टाइम को फाइनल किया जा रहा है, जिससे बिना इंतजार विमानों की लैंडिंग कराई जा सके। हालांकि यह संभावना जताई जा रही है कि 22 जनवरी को अयोध्या एयरपोर्ट पर एयरकंजेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
किस एयरक्राफ्ट को कहां मिलेगी पार्किंग (Ayodhya Praan Pratishtha)
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, अयोध्या एयरपोर्ट पर वर्तमान समय में सिर्फ 8 एयरक्राफ्ट के पार्किंग की जगह है। ऐसे में, यह संभव नहीं है कि विमानों को अयोध्या एयरपोर्ट पर पार्किंग की इजाजत दी जाए। अयोध्या से समीपवर्ती एयरपोर्ट में गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट के नाम शामिल हैं। चूंकि गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज एयरपोर्ट पर सीमित पार्किंग है। ऐसे में इन एयरपोर्ट पर भी विमानों को पार्क नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में, विमानों को पहले लखनऊ एयरपोर्ट पर पार्क के लिए कहा जाएगा। लखनऊ एयरपोर्ट पर पार्किंग नहीं मिलने पर उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट भेजा जा सकता है।
टर्मिनल से कैसी होगी आवागमन की व्यवस्था (Ayodhya Praan Pratishtha)
एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, अयोध्या एयरपोर्ट से बाहर निकने के लिए अलग अलग गेट निर्धारत किए गए है। केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए सेरेमोनियल लाउंज से टर्मिनल से बाहर निकलने की व्यवस्था है। वहीं, अन्य वीवीआईपी पहले रिजर्व लाउंज पहुंचेगे, फिर यहीं वे सभी टर्मिनल से बाहर निकलेगे। इन सभी वीवीआईपी की गाडियों की पार्किंग भी इन्हीं लाउंज के इर्दगिर्द होगी। इसके अलावा, शेड्यूल्ड फ्लाइट से अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचने वाले सभी मुसाफिर टर्मिनल के पूर्व निर्धारित गेट से बाहर निकलेंगे।
टर्मिनल से डिपार्चर के समय कैसी होगी व्यवस्था (Ayodhya Praan Pratishtha)
विमानों की लैंडिंग से लेकर उनकी पार्किंग, टर्मिनल बिल्डिंग पर यात्रियों का चेक-इन और सुरक्षा जांच के साथ साथ सिटी साइड पर वाहनों के सुचारू रूप से आवागमन की व्यवस्था शामिल है। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर चेक-इन के लिए 9 काउंटर्स खोले गए हैं। वहीं सुरक्षा जांच के लिए सिक्योरिटी होल्ड एरिया से पहले 5 डीएफएमडी और एक्सरे मशीन लगाई गईं है। इसके अलावा, एसएचए से एयर साइट जाने के लिए दो डिपार्चर गेट हैं। वहीं, वेब चेक-इन करके पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए डेडिकेटेड रो की व्यवस्था की जा रही है।