Khabarwala 24 News Ayodhya: Ayodhya Ram Mandir अयोध्या में राम मंदिर परिसर में मोबाइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। मंदिर में आम जनमानस के मोबाइल ले जाने पर पहले से ही प्रतिबंध था, लेकिन अब वीआईपी और वीवीआईपी के मोबाइल ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
दर्शनार्थियों से किया अनुरोध (Ayodhya Ram Mandir)
राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी की बैठक में पूरी तरह से मोबाइल बैन करने पर फैसला लिया गया। ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। सभी दर्शनार्थियों से अनुरोध करते हैं कि इस व्यवस्था का पालन करें और सहयोग करें ताकि किसी को कोई असुविधा न हो सके।
सामान रखने की पर्याप्त व्यवस्था (Ayodhya Ram Mandir)
मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के मोबाइल फोन को रखने की पर्याप्त व्यवस्था है। लोग अपने मोबाइल के साथ-साथ और भी कीमती सामानों को रख सकते हैं। ऐसे में लोग इन सुविधाओं का लाभ लें और मंदिर परिसर में बेहतर व्यवस्था कायम रखने में ट्रस्ट का सहयोग करें। श्रद्धालु लॉकर सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, उसमें मोबाइल के साथ-साथ खड़ी और अन्य कीमती सामानों को रख कर दर्शन कर सकते हैं।
सामान कम से कम लेकर चलने की अपील
ट्रस्ट की ओर श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वो अपने साथ कम से कम सामान लेकर चलें। ज्यादा सामान लेकर चलेंगे तो फिर चेकिंग और स्कैनिंग में समय लगेगा और बाकियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अगर आप होटल में ठहरे हैं तो कोशिश करें कि अधिकतर सामानों को वहीं रखकर मंदिर दर्शन करने पहुंचें।
मंदिर की 22 जनवरी को हुई थी प्राण प्रतिष्ठा (Ayodhya Ram Mandir)
अयोध्या में नए बने राम मंदिर की इसी साल 22 जनवरी को पीएम मोदी के हाथों प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में हर रोज भारी भीड़ दर्शन करने पहुंच रही है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक कई लाख लोग दर्शन कर चुके हैं। मंदिर के निर्माण का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। मार्च में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा का बयान सामने आया था।
तेजी से चल रहा निर्माण कार्य (Ayodhya Ram Mandir)
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा था कि हमारी कोशिश है कि राम मंदिर निर्माण का काम 30 दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाए। फिलहाल लगभग 1500 कर्मचारी कार्यरत हैं और तीन मंजिला मंदिर भवन की दो मंजिलों के निर्माण में तेजी लाने के लिए 3500 से ज्यादा श्रमिकों को जल्द ही तैनात किया जाएगा।