Khabarwala 24 News New Delhi : Ayodhya Ram Mandir हम आज एक ऐसी ही प्रतिज्ञा की बात कर रहे है जो वर्षो पहले ली गयी थी। जी हाँ , हम बात कर रहे है सूर्यवंशी क्षत्रिय (राजपूत) परिवारों की। जो अयोध्या के पास पूरा बाज़ार और उसके आस-पास लगभग 115 गाँव मौजूद हैं। यहाँ के सूर्यवंशी राजपूतों के परिवार ने प्रतिज्ञा की थी कि वे लोग मंदिर निर्माण के बाद ही पगड़ी पहनेंगे। गाँव के सूर्यवंशी राजपूत परिवारों ने संकल्प लिया था कि वह राम मंदिर निर्माण पूरा होने तक न तो पगड़ी धारण करेंगे और न ही चमड़े का जूता पहनेंगे। 500 साल बाद अब वो वक्त गया जब अयोध्या के आसपास बसे सूर्यवंशी क्षत्रियों के 115 गांवों में पगड़ी धारण की जाएगी। अब उनके सम्मान में पूरे देश से क्षत्रिय समाज की ओर से पगड़ियां भेजी जा रही है।
बेटी की विवाह में नहीं लगाएंगे मंडप (Ayodhya Ram Mandir)
अयोध्या में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भव्य राम मंदिर की नींव रखी। देश ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम आस्तिकों ने इसके लिए प्रार्थना की थी। कुछ ने प्रार्थना तो कुछ ने प्रतिज्ञा भी की थी, ऐसी अटूट प्रतिज्ञाएँ, जो वर्षो पुरानी थीं और 5 अगस्त को उनका तर्पण हुआ। वही , इस को लेकर क्षत्रिय समाज खेतड़ी के सुरेंद्र सिंह फौजी, उम्मेद सिंह निर्वाण, महिपाल सिंह गाडराटा व कैप्टन सुमेर सिंह ने बताया कि 500 साल पहले वहां के राजा ठाकुर गजराज सिंह ने सूर्य कुंड पर इन गांवों के 9 हजार राजपूत छत्रपों को एकत्र कर ये शपथ ली थी कि जब तक रामलाल के मंदिर को मुगलों से मुक्त नहीं करवाएंगे, तब तक बेटी की विवाह में मंडप भी नहीं लगाएंगे।
राजपूतों ने 500 वर्ष तक निभाई प्रतिज्ञा (Ayodhya Ram Mandir)
राजपूत करणी सेना के जिला संयोजक सुरेंद्र सिंह फौजी ने बताया कि वहां बसे राजपूत परिवारों ने 500 वर्ष तक यह प्रतिज्ञा निभाई है। अब वो वक्त आ गया है जब देश में ऐतिहासिक रूप से अयोध्या में बना रहे राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। अयोध्या में होने वाले भगवान श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर घर-घर पीले चावल बांटकर लोगों को न्यौता दिया जा रहा है। इसके अलावा 22 जनवरी को दीपावली के त्यौहार के रूप में मनाने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में राम मंदिर का निर्माण कार्य होना बहुत ही गर्व की बात है। यह देश के लोगों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है।
राजा गजराज ने मुगल सेना से किया युद्ध (Ayodhya Ram Mandir)
बता दे कि, राजा ठाकुर गजराज सिंह ने मुगल सेना से युद्ध भी किया। और इस युद्ध में कई सैनिक शहीद हो गए थे। तब से लेकर आज तक राजा गजराज सिंह की नवीं पीढ़ी भी उस शपथ को निभा रही है। अब अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पश्चात इन 115 गांवो के सूर्यवंशी क्षत्रिय (राजपूत) परिवार अपने पूर्वज गजराज सिंह द्वारा ली गई शपथ पूर्ण होने के पश्चात पगड़ी धारण करेंगे। क्षत्रिय (राजपूत) समाज खेतड़ी के तत्वावधान में हरडिया हाउस में अयोध्या के सूर्यवंशी राजपूतों के लिए उनके पूर्वजों द्वारा 500 वर्ष पूर्व ली गई शपथ को तोड़ने के लिए राजस्थान की आन बान शान की प्रतीक राजपूती पगड़ी समारोह पूर्व भेजी गई।
विधिवत पूजा-अर्चना के बाद पगड़ी रवाना (Ayodhya Ram Mandir)
वही इसी क्रम में खेतड़ी में कार्यक्रम हुआ। विधिवत पूजा-अर्चना के बाद यहां पगड़ी रवाना की गई। वही इस को लेकर पंडित गोपाल शर्मा ने विधिवत पगड़ी की पूजन करवाई। इसके साथ ही इस मौके पर राजपूत करणी सेना के झूंझुनूं डिस्ट्रिक्ट संयोजक सुरेंद्र सिंह फौजी, जिला परिषद सदस्य उम्मेद सिंह निर्वाण, महीपाल सिंह गाडराटा, कैप्टन सुमेर सिंह , अनिल सिंह राठौड़ , सुभाष सिंह, प्रवीण सिंह शेखावत, पवन सिंह, ओमपाल सिंह गाडराटा, ईश्वर सिंह नरूका, विशाल सिंह शेखावत, सूबेदार मदन सिंह, सोनू सिंह बंधा की ढाणी, अभिमन्यु सिंह तोमर, राजेंद्र सिंह हरडिया, सरजीत सिंह बडाऊ, बिरजू सिंह, टिंकू सिंह, वीर सिंह निर्वाण सहित क्षत्रिय समाज के दर्जनों लोग मौजूद रहे।