Khabarwala 24 News New Delhi: Ayodhya Ram Mandir राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के इंतजार में बैठे लोगों की इच्छा जैसे ही पूरी हुई वो भगवान श्रीराम के दर्शन को आतुर हैं। हजारों की संख्या में भक्त रामलला केे दर्शन के लिए सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसी बीच अब पहलेे दिन में राम मंदिर में मिले दान ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कई रिपोर्ट्स में दावा है कि भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले लोगों में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि देखी जा रही है। इसे देखते हुए ये भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार देखनेे को मिलेगा।
कितना आया एक दिन में चढ़ावा (Ayodhya Ram Mandir)
राम मंदिर में पहले दिन में 3.7 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया गया है। पहलेे दिन राशि विशिष्टजनों ने दान दी है। उधर आम श्रद्धालुओं द्वारा 10 लाख रुपए दान किए गए हैं। हाल ही में एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि राम मंदिर और अन्य पर्यटन केंद्रित गतिविधियों के चलते उत्तर प्रदेश में 2024-25 में 25 हजार करोड़ रुपए का टैक्स कलेेक्शन हो सकता है और इसमें अयोध्या का राम मंदिर मुख्य भूमिका निभाएगा। आपको बता दें मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, टाउनशिप और रोड कनेक्टिविटी के साथ नए होटलों का निर्माण होने के बाद येे शहर पूूरी तरह बदल गया हैै।
अयोध्या से कैसे बदलेगी अर्थव्यवस्था? (Ayodhya Ram Mandir)
एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच सकतेे हैं। ऐसे में ये देखते ही देखते ये संख्या 3 लाख प्रतिदिन श्रद्धालु हो सकती है। अनुमान केे अनुसार यदि एक दिन में एक श्रद्धालु 2500 रुपए भी खर्च करता हैै तो सिर्फ अयोध्या की अर्थव्यवस्था में 25 हजार करोड़ रुपए का फायदा हो सकता है।
मंदिरों की संपत्ति (Ayodhya Ram Mandir)
बता देें त्रिवेंद्रम केे स्वामी पद्माभ मंदिर में हर साल 500 करोड़ रुपए का दान आता है। वहीं इस मंदिर की संंपत्ति की बात करेें तो वो 6 तिजोरियों में 20 अरब डॉलर है। इसकेे अलावा शिरडी के साईं बाबा मंदिर को हर साल 630 करोड़ का चढ़ावा आता है। वहीं साईं मंदिर में 380 किलो सोना और 4428 किलो चांदी और अन्य चीजेें हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर केे पास लगभग 5300 करोड़ रुपए का 10.3 टन सोना और 15938 करोड़ रुपए बैंकों में जमा हैं। वहीं इस मंदिर में सालाना 600 करोड़ रुपए दान में आते हैं। वैष्णों देवी मंदिर की संपत्ति की बात करें तो यहां हर साल 500 करोड़ रुपए का चढ़ावा आता है।