Khabarwala 24 News New Delhi: Bangladesh Hindu Protest बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश से भागने के बाद से जमात इस्लामी और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएपी के समर्थक और प्रदर्शनकारी छात्र विरोध प्रदर्शन की नई कहानी लिख रहे हैं।
Bangladesh Hindu Protest प्रदर्शनकारी छात्रों की आड़ में कुछ कट्टरपंथी लोग हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। इसके बाद शुक्रवार को सैंकड़ों बांग्लादेशी हिंदुओं ने ढाका में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह देश सभी का है। इसके साथ ही समुदाय की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने की मांग जोर शोर से उठाई है।
"Hindus have Right to Live"
This is from the capital city of Bangladesh.
Hindu Community gathered in Dhaka to protest against the attacks on Hindus and Temples in Bangladesh. pic.twitter.com/RVDxFbXAuT
— Anshul Saxena (@AskAnshul) August 9, 2024
हम बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे (Bangladesh Hindu Protest)
Bangladesh Hindu Protest रैली निकाल कर प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं ने नारे लगाते हुए कहा कि यह देश किसी के बाप का नहीं है। हमने खून दिया है। जरूरत पड़ी तो फिर से खून देंगे। हम बांग्लादेश नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश के सोशल वर्कर पर भी निशाना साधा है।
Bangladesh Hindu Protest जिन्होंने हिंसा से अब तक चुप्पी साधे रखी है। रैली में शामिल एक युवक कनु कुमार ने कहा हिंदू समुदाय अपने घरों और दुकानों की सुरक्षा चाहता है। इस दौरान उन्होंने एक मंत्रालय और अल्पसंख्यक सुरक्षा आयोग की मांग भी की। इसके साथ ही अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों को रोकने के लिए उन्होंने सख्त कानून बनाने और उसे लागू करने, संसद में अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत सीटें रिजर्व करने की मांग की।
Hindu minorities are protesting in different parts of #Bangladesh against the ongoing anti-Hindu violence.
Right now, a protest rally is going on in front of the National Press Club, #Dhaka
Large numbers of Hindu youths are there at the rally. pic.twitter.com/lIJxlGVj19
— ChoosyBluesy (@ChoosyBluesy) August 9, 2024
हिंदुओं पर हमले बढ़े (Bangladesh Hindu Protest)
Bangladesh Hindu Protest बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध ईसाई की ओइक्या परिषद् के अनुसार शेख हसीना के सत्ता के हटने के बाद से ही देश के 64 में से 52 जिलों में अल्पसंख्यक समुदायों के उत्पीड़न की 205 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। संगठन ने देश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस को लिखे पत्र में कहा कि देशभर के अल्पसंख्यकों में गहरी आशंका, चिंता और अनिश्चितता है।