Khabarwala24 News : उत्तर प्रदेश की बरेली (Bareilly), (Naini)नैनी और बांदा जेल (Banda Jail) के वरिष्ठ अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। इन जेल अधीक्षकों पर आरोप लगे कि इन्होंने माफियाओं को लेकर जेल में लापरवही बरती है। उत्तर प्रदेश में जेल में बंद माफियाओं पर शिकंजा कसने के मामले में लापरवाही बरतने को लेकर जेल अधीक्षकों पर गाज गिरी है। क्क के बरेली, नैनी और बांदा के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। इन जेलों के सुपरिटेंडेंट पर एक्शन इसलिए हुआ है क्योंकि इन्होंने अशरफ अहमद, अतीक के बेटे अली अहमद और मुख्तार अंसारी पर शिंकजा कसने में लापरवाही बरती थी।
बता दें कि बरेली जेल में बंद (Ashraf)अशरफ, नैनी जेल में बंद (Atiq Ahmed)अतीक अहमद के बेटे (Ali)अली और बांदा जेल में बंद (Mukhtar Ansari) मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसने के मामले में लापरवाही बरतने पर इन तीनों वरिष्ठ जेल अधीक्षकों पर एक्शन हुआ है।
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
बरेली जेल के अधीक्षक राजीव शुक्ला, बांदा के अविनाश गौतम और नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह निलंबित कर दिया।
अतीक को उम्रकैद तो अशरफ को किया बरी
कुछ ही दिन पहले कड़ी सुरक्षा के बीच अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था और तब इन दोनों को भी नैनी जेल में ही रखा गया था। राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के अपहरण के मामले में प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को निर्दोष करार दिया था। वह पहले से बरेली जेल में बंद था। जबकि इसी मामले में माफिया अतीक अहमत को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। अतीक अहमद इन दिनों अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है।
मुख्तार अंसारी से जुड़े एक मामले पर 15 अप्रैल को आएगा निर्णय
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) में गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी (BSP MP Afzal Ansari) और उनके भाई बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगेस्टर मामले में सुनवाई हुई थी। कोर्ट ने इस मामले में 15 अप्रैल को फैसले की तारीख तय की है। आपको बता दें कि यह मामला कृष्णानन्द राय हत्याकांड से जुड़ा हुआ है।
सात लोगों की हत्या का हत्यारोपी है मुख्तार
आपको बता दें कि वर्ष 2005 में तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानन्द राय (BJP MLA Krishnanand Rai) समेत 7 लोगों की हत्या कर दी गई थी। मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बसनिया चट्टी पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। मामले में 2007 में गैंगेस्टर एक्ट के तहत अफजाल अंसारी, उनके भाई माफिया मुख्तार अंसारी और बहनोई एजाजुल हक पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी मामले को लेकर मुख्तार अंसारी पर 15 अप्रैल को फैसला आना है।