BJP News Khabarwala 24 News Lucknow: राजस्थान, मध्य प्रदेश, समेत पांच राज्यों के चुनावी नतीजों का असर भाजपा की यूपी की चुनावी रणनीति पर भी देखने को मिल सकता है। पार्टी में जिले से लेकर क्षेत्रों और प्रदेश स्तर पर नये प्रभारी बनाए जाने की तैयारी है। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश प्रभारी तो पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद बनेंगे। मगर उससे पहले क्षेत्रीय प्रभारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव की तैयारी है। वहीं प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार भी तभी होने की उम्मीद है।
वैसे तो भाजपा ने मिशन-2024 की तैयारी काफी पहले ही शुरू कर चुकी है लेकिन फिलहाल पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों ने इन तैयारियों की गति थोड़ी धीमी है। दरअसल, केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश में मुख्यमंत्री से लेकर सरकार और संगठन के तमाम चेहरे चुनावी राज्यों में प्रचार और जनसभाओं में व्यस्त हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में देरी का यह भी प्रमुख कारण माना जा रहा है। प्रदेश को नया प्रभारी भी तीन दिसंबर के बाद मिल सकता है। दरअसल, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में उपाध्यक्ष रहते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह यूपी के प्रभारी थे। टीम नड्डा में इस बार राधामोहन सिंह शामिल नहीं हैं। ऐसे स्थिति में उत्तर प्रदेश में भाजपा को नया प्रभारी मिलना लगभग तय माना जा रहा है।
छह संगठनात्मक क्षेत्रों में प्रभार परिवर्तन की तैयारी
पार्टी सूत्रों के अनुसार पहले पार्टी के छह संगठनात्मक क्षेत्रों में प्रभार परिवर्तन की तैयारी है। सूत्रों की मानें तो मौजूदा प्रभारियों में से तीन से चार के क्षेत्रों में बदलाव हो सकता है। इस बार जिला प्रभारी के रूप में क्षेत्रीय पदाधिकारियों को वरीयता मिलने की उम्मीद है।
बढ़ सकता है भाजपा कुनबा
पांच राज्यों के चुनावी नतीजों का प्रभाव उत्तर प्रदेश में एनडीए के कुनबे पर भी दिख सकता है। एनडीए के कुनबे में यहां इजाफा हो सकता है। यदि ऐसा हुआ तो मंत्रिमंडल में भी इसका असर दिखाई देगा। उम्मीद की जा रही है कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद मंत्री मंडल में विस्तार हो सकता है।