Khabarwala 24 News Lucknow: BJP भाजपा को तीन राज्यों में मिली शानदार जीत से यूपी के कई भाजपा के सांसद पहले ही सांसत में थे। अब तीनों जगह मुख्यमंत्री पद पर किए गए प्रयोगों ने सबकी नींद ही उड़ा दी है।
खासतौर से उन सांसदों में बेचैनी अधिक है, जिनकी रिपोर्ट पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे में अच्छी नहीं है। ऐसे में पीएम मोदी की गारंटी के चलते पिछले चुनाव में जीत हासिल करने वाले सांसदों में नेतृत्व का रुख देख अब टिकट की गारंटी को लेकर संशय उत्पन्न हो गया है। वैसे तो राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस की जीत भी 2019 के लोकसभा चुनाव में बेअसर रही थी। मगर इस बार इन राज्यों में भाजपा (BJP)की जीत कई खास मायने रखती है।
पार्टी नेतृत्व के कड़े तेवर (BJP)
पहले तीन राज्यों में बंपर जीत और फिर मुख्यमंत्री चयन को लेकर पार्टी नेतृत्व के कड़े तेवरों ने यूपी के भाजपा (BJP)सांसदों और सहयोगियों को भी सोच में डाल दिया है। दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर मोलभाव का मन बना रहे भाजपा के सहयोगी इन नतीजों के बाद सहम गए हैं। कई बड़े दिग्गजों को खारिज कर दिल्ली दरबार ने बड़ा संदेश दे दिया है।
नतीजों ने लिख दी अलग पटकथा (BJP)
उत्तर प्रदेश में 2014 और 2019 में अधिकांश भाजपा सांसदों ने मोदी लहर पर सवार होकर ही चुनावी नैय्या पार की थी। इनमें से तमाम सांसदों को भी उम्मीद नहीं होगी कि पार्टी हिंदी पट्टी के तीनों राज्यों में प्रचंड जीत हासिल करेगी। वह उम्मीद लगाए थे कि पार्टी लोकसभा चुनाव के टिकट वितरण में बड़े बदलाव का जोखिम नहीं उठा सकेगी। मगर चुनावी नतीजों ने इसके अलग कहानी लिख दी। तीनों राज्यों में मनचाहे नए चेहरों की ताजपोशी कर पार्टी नेतृत्व ने अपने इरादे भी जता दिए हैं। यही कारण है कि प्रदेश के करीब तीन दर्जन सांसदों की नींद उड़ गई है। वह जानते हैं कि टिकट न मिलने की स्थिति में वह पैदल हो जाएंगे।