Khabarwala 24 News Hapur: Blood Bank खून के लिए अब निजी ब्लड बैंक और दूसरे जनपदों में दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मोदीनगर रोड स्थित जिला अस्पताल में फरवरी माह के अंतिम सप्ताह तक ब्लड बैंक स्थापित हो सकता है। ब्लड बैंक के लिए अस्पताल में अधिकांश सभी मशीन व फ्रिज आ गए हैं। कुछ मशीन आनी ही बाकी रह गई हैं। मशीन अगले माह तक आने की उम्मीद है।
प्राइवेट ब्लड बैंकों में जाना पड़ता है (Blood Bank)
सड़क दुर्घटना, घातक बीमारी समेत कई बार प्रसव के दौरान मरीजों को खून की आवश्यकता पड़ती है। यदि मरीजों को खून समय से न मिले तो उनकी रक्त की कमी से मौत तक हो जाती है। जिले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग के पास कोई भी ब्लड बैंक की व्यवस्था नहीं है। एक यूनिट गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में जरूर है, लेकिन समय आने पर यहां से रक्त नहीं मिल पाता है। साथ ही यह यूनिट बेहद छोटी है। ऐसे में मरीजों को प्राइवेट ब्लड बैंक की ओर रुख करना पड़ता है।
प्राइवेट ब्लड बैंक से रक्त काफी महंगे दामों में मिलता है, जिसके कारण तीमारदारों की जेबें खाली हो जाती हैं। इसे देखते हुए जिला अस्पताल में करीब पांच वर्ष पहले ब्लड बैंक बनाना शुरू किया गया था। ब्लड बैंक को संचालित करने के लिए आवश्यक मशीनें अस्पताल में देरी से पहुंच रही हैं। जिसके कारण अभी तक ब्लड बैंक शुरू नहीं हो सका है। हालांकि वर्ष 2022 के जुलाई माह में शासन ने ब्लड बैंक के लिए निर्देश भी दे दिए थे। अब जल्द ही सभी मशीनें आने की संभावना जागी है।
क्या कहते हैं सीएमओ (Blood Bank)
शासन की ओर से ब्लड बैंक शुरू कराने के निर्देश पहले ही मिल चुके हैं। अभी सभी मशीनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि अधिकांश मशीन अस्पताल को मिल चुकी हैं। जो मशीन आनी शेष बची हैं उसके लिए पत्राचार किया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही मशीन मिल जाएंगे। मशीन आते ही उन्हें इंस्टाल करा दिया जाएगा और ब्लड बैंक शुरू करा दिया जाएगा। – डाक्टर सुनील कुमार त्यागी, सीएमओ