Khabarwala 24 News New Delhi : Blood Pressure Study काम के दौरान लंबे समय तक खड़े रहने से ब्लड प्रेशर पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ सकता है। वहीं, बैठकर काम करने से इसका असर पॉजिटिव और फायदेमंद हो सकता है।
एक नई रिसर्च में पाया गया कि काम करते समय बीपी का अप-डाउन ज्यादा होता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने और कम होने की स्थिति गंभीर होती है। दोनों का ही उतार-चढ़ाव गंभीर बीमारियों का बुलावा है। इसका संतुलन बनाए रखना जरूरी है। लो बीपी से हार्ट फेलियर और स्ट्रोक आ सकता है। वहीं, हाई बीपी से हार्ट अटैक आ सकता है। साथ ही, किडनी डैमेज हो सकती है। आइए जानते हैं रिसर्च के बारे में सब कुछ।
कहां पर हुई है रिसर्च (Blood Pressure Study)
यह रिसर्च फिनलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टर्कू द्वारा की गई थी। दरअसल, जर्नल मेडिसिन एंड साइंस इन स्पोर्ट्स एंड एक्सरसाइज में प्रकाशित एक खबर के अनुसार ही इस बात की पुष्टि की गई है कि खड़े रहने से बीपी पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है।
दिल पर ज्यादा प्रभाव (Blood Pressure Study)
रिसर्च में बताया गया कि रात और दिन के समय बीपी अलग-अलग होता है। दिन के समय नसें दबने से दिल पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है। वहीं, रात में अगर ब्लड प्रेशर सही तरीके से कम नहीं होता है तो नसों में कठोरता आती है। इससे हृदय पर अधिक बोझ पड़ता है। यह दिल की बीमारियों के रिस्क को भी बढ़ाता है।
खड़ा रहना ठीक नहीं (Blood Pressure Study)
रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि ऑफिस में वर्क लोड होता है। वहीं, अगर स्थिति खड़े रहकर काम करने की है, तो इससे बॉडी की नसों में सिकुड़न आ जाती हैं और हार्ट को पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
कैसे हुआ खुलासा (Blood Pressure Study)
रिपोर्ट की मानें तो रिसर्च में नगरपालिका के कर्मचारियों का ऑफिस के दौरान बीपी का मापा गया, जिसमें इन लोगों की जांघों पर एक डिवाइस फिट कर, हर 30 मिनट का ब्लड प्रेशर मापा गया था। इस टेस्टिंग के जरिए ही खड़े रहने वाले लोगों में हाई बीपी होने का खुलासा किया गया है। रिसर्चर्स ने बताया जो लोग खड़े रहकर ज्यादा काम करते हैं, उन्हें नियमित रूप से व्यायाम और संतुलित जीवनशैली अपनाने की जरूरत है।