Khabarwala 24 News New Delhi : Body Effect Drinking Alcohol ये तो सबको पता हैं, शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। लेकिन, फिर भी बहुत सारे लोग नियमित तौर पर शराब का सेवन करते हैं। कुछ लोग छोड़ना चाहते हैं, परंतु उन्हें एक डर लगता है कि शरीर पर पता नहीं क्या असर होगा।
Body Effect Drinking Alcohol कुछ रिसर्च में भी कहा गया है कि अचानक शराब छोड़ने पर कान, एंग्जाइटी, घबराहट, कंपकंपी, चिड़चिड़ापन, पसीना आना, नींद न आना जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। लेकिन एक महत्वपूर्ण सवाल है कि अगर कोई शराब का सेवन एक महीने के लिए छोड़ दे तो क्या होगा? उसके शरीर पर क्या असर होगा? इसी को लेकर एक रिसर्च में इसे लेकर चौंकाने वाले दावे किए गए हैं।
कितने दिन छोड़नी चाहिए शराब (Body Effect Drinking Alcohol)
हाल ही में हुई एक नई रिसर्च से पता चला है कि सिर्फ एक महीने तक शराब न पीना आपकी तमाम सारी मुश्किलों का समाधान कर सकता है। पहले हफ्ते में ही आपको नींद में सुधार नजर आएगा। जल्दी नींद आएगी और सुबह समय पर उठना आसान हो जाएगा। शराब छोड़ने के 2 सप्ताह बाद आपकी त्वचा में चमक आने लगेगी। यह क्योंकि शराब पीने से पेशाब अधिक आता है और यह स्किन से पानी सोखकर पेशाब में बदल देती है, जिसके कारण स्किन सूखने लगती है। हेल्थलाइन की रिसर्च के अनुसार, चार हफ्ते या उससे अधिक तक शराब न पीने से लीवर सुधारने लगता है। हृदय रोग और कैंसर का खतरा भी काफी कम हो जाता है।
शराब पीने से होते हैं ये नुकसान (Body Effect Drinking Alcohol)
डेली मेल से बात करते हुए ड्रिंकवेयर के सीईओ करेन टायरेल (Karen Tyrrell, CEO of Drinkware) ने कहा, कुछ लोगों का मानना है कि शराब पीने से जल्दी नींद आती है, लेकिन यह आपके रैपिड आई मूवमेंट को बाधित करता है, जिससे अगले दिन आपको थकान महसूस होती है। भले ही आप कितनी ही देर तक क्यों न सोएं, रैपिड आई मूवमेंट आधी रात में जागने की वजह बन सकता है। लंबे समय तक शराब पीने से स्किन संक्रमण और कैंसर के खतरे का खतरा बढ़ सकता है। यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है।
60 से अधिक बीमारियों का खतरा (Body Effect Drinking Alcohol)
टायरेल ने कहा, यदि आपका वजन अधिक है और आप नियमित रूप से शराब पीते हैं, तो आपको पता चलेगा कि शराब छोड़ने के बाद आपका वजन काफी कम हो जाता है। एक बीयर में लगभग 154 कैलोरी होती है, जबकि 5-औंस गिलास वाइन में लगभग 123 कैलोरी होती है। वोदका, टकीला, जिन और रम जैसी हार्ड शराब की मात्रा आम तौर पर प्रति औंस 100 कैलोरी से कम होती हैं। हाल के शोध से पता चला है कि किसी भी मात्रा में शराब के सेवन से पीने वालों में 60 से अधिक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
इन्हें माना जाता है हैवी ड्रिंकर (Body Effect Drinking Alcohol)
CDC (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन) के अनुसार जो पुरुष एक सप्ताह (7 दिन) में 15 ड्रिंक्स या इससे ज्यादा शराब का सेवन करते हैं, उन्हें हैवी ड्रिंकर माना जा सकता है। वहीं महिलाओं के मामले में यह पैमाना थोड़ा अलग है। एक हफ्ते में 8 या इससे ज्यादा ड्रिंक्स लेने वाली महिलाओं को हैवी ड्रिंकर माना जा सकता है। आसान भाषा में कहें तो हर दिन 1 या 2 ड्रिंक्स से ज्यादा शराब पीने वाली महिलाएं हैवी ड्रिंकर की श्रेणी में आती हैं। बीयर में करीब 5% अल्कोहल और शराब में 12% अल्कोहल होता है। लेकिन, अलग-अलग ब्रांड में ये मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है।
इन पर असर डालती है शराब (Body Effect Drinking Alcohol)
WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन) की रिपोर्ट के अनुसार किसी भी मात्रा में शराब पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं है। शराब की एक बूंद से ही आपकी हेल्थ को गंभीर खतरे पैदा होने की शुरुआत हो जाती है। शराब पीने से ब्रेस्ट कैंसर, बॉवल कैंसर समेत 7 तरह के कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। आमतौर पर एक पैग में करीब 30ml शराब होती है। शराब में अल्कोहल होता है, जो सेहत के लिए काफी टॉक्सिक माना जाता है। शराब में मौजूद तत्व शरीर में जाकर उठ जाते हैं और जहरीला असर हमारे कई अंगों पर डालते है।