Khabarwala 24 News New Delhi : Buddha Purnima Pujan Vidhi इस साल 23 मई को वैशाख पूर्णिमा है। इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। हिंदू पचांग के अनुसार, हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन पूर्णिमा मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। दरअसल, बुद्ध को भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है। हर साल वैशाख पूर्णिमा के दिन बुद्ध जयंती मनाई जाती है। इस दिन महात्मा बुद्ध की उपसाना की जाती है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही दान-पुण्य करते है। बुद्ध पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा- अर्चना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। हालांकि, तुलसी से जुड़ी कुछ गलतियां करने से वह रुष्ट हो सकती है।
भूलकर भी न करें ये गलतियां (Buddha Purnima Pujan Vidhi)
यदि आप बुद्ध पूर्णिमा को आप शाम के समय तुलसी की पूजा करते हैं तो इसके पौधे को स्पर्श बिल्कुल न करें। मान्यता हैं कि तुलसी पूजन के समय महिलाओं को बाल खुले नहीं रखने चाहिए। तुलसी पूजा के समय बालों को बांधकर रखें। तुलसी के आस-पास गंदगी बिल्कुल न होने दें। बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में मांस- मछली या तामसिक भोजन का सेवन न करें। ऐसे लोग तुलसी से दूर ही रहें।
कोमलता के साथ उपाय करें (Buddha Purnima Pujan Vidhi)
अगर बुद्ध पूर्णिमा पर पूजा के लिए आप तुलसी के पत्ते तोड़ना चाहते हैं तो इन्हें नाखून से दबाकर झटके से न तोड़े। इन्हें आप बड़ी कोमलता के साथ तोड़ें। तुलसी में जल चढ़ाने के बाद परिक्रमा करना न भूलें। तुलसी में जल देने के बाद कम से कम उसकी 3 बार परिक्रमा जरुर करें। बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें। तुलसी की माला लेकर मां लक्ष्मी के मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः’ मंत्र का जाप जरुर करें।