Leopard cub Khabarwala24News Meerut: मेरठ के किठौर क्षेत्र में एक बार फिर डेढ़ महीने का शावक मादा तेंदुए से बिछड़ गया। इसे बिल्ली का बच्चा समझकर बच्चे उससे खेलने लगे। बच्चों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह गुर्राया तो छोड़कर भाग खड़े हुए। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शावक को कब्जे में लेकर उसको उसकी मां से मिलवा दिया।
क्या है मामला
जिला मेरठ के कस्बा शाहजहांपुर में रहने वाले माजिद खां ने सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव डिबाई गांव की सीमा पर बाग खरीद रखा है। जिसमें उनका पड़ोसी नजीब अख्तर रखवाली करता हैं। बृहस्पतिवार की शाम वह बाग मालिक माजिद के 13 वर्षीय भतीजे और उसके दोस्तों को बाग में छोड़कर काम से घर चले गए थे। इस बीच बच्चों को बाग के दूसरे छोर पर बंदरों की आहट हुई।
उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो बंदर शावक Leopard cub की पिटाई कर रहे थे। उन्होंने बंदरों को भगाया तो शावक को कुत्ते झिंझोड़ने लगे। बच्चों ने शावक को जंगली बिल्ली का बच्चा मान उसे बाग में बने अपने स्थान पर ले गए। शावक को पानी पिलाकर वह उससे खेलने लगे। बच्चों ने शावक के गले में रस्सी बांधकर उसे इधर-उधर खींचा तो शावक गुर्राया और बच्चे डर गए। तभी नजीब अख्तर वहां पहुंच गया, उसने कस्बे के लोगों और पास में स्थित किठौर पुलिस चौकी पर तैनात वनकर्मियों को सूचना दी। वनकर्मियों ने विभागीय अधिकारियों को घटना से अवगत कराया।
शावक को पिछली बार नहीं पहचान पाई थी तेंदुआ
किठौर में पिछली बार भी मादा तेंदुआ से उसका एक शावक Leopard cub बिछड़ गया था, जिसे ग्रामीण अपने घर ले आए थे। शावक में इंसानी गंध प्रवेश कर गई। वन विभाग की टीम ने तीन दिनों तक शावक को मां से मिलाने का प्रयास किया लेकिन इंसानी गंध के कारण वह उसे पहचान नहीं पा रही थी।
दहशत में हैं किसान
असीलपुर, भड़ोली, सादुल्लापुर, जड़ौदा, फतेहपुर नारायण, नित्यांदपुर, महलवाला आदि गांवों में वन विभाग पहले ही तेंदुआ होने की पुष्टि कर चुका है। वन विभाग द्वारा ऑपरेशन चलाए जाने के बाद भी तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका। सेंचुरी क्षेत्र से बाहर तेंदुओं का आबादी वाले इलाके में आना गंभीर मामला है।
सक्रिय हुई वन विभाग की टीम
डीएफओ राजेश कुमार ने कहा कि तेंदुए को शावक Leopard cub से मिलाने के बाद मादा तेंदुए और शावक की निगरानी रखी जा रही है। उनके हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। वन विभाग की टीम क्षेत्र में सक्रिय है। लोगों से एहतियात बरतने की अपील है।
शावक को साथ ले गई मां
वन विभाग के उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में शावक Leopard cub को उसकी मां से मिलाने की कार्ययोजना तैयार की गई। शाम होने पर जिस जगह से शावक को रेस्क्यू किया गया वहां बॉक्स में उसे सुरक्षित रखा गया। कुछ दूरी से शावक की निगरानी की गई। वन विभाग के कर्मियों के अनुसार मादा तेंदुआ तड़के लगभग 3.30 बजे शावक को अपने साथ ले गई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।