खबरwala 24 न्यूज हापुड़: सर्दी तेजी से पड़ने के साथ ही कोल्ड डायरिया के रोगियों की संख्या काफी बढ़ गई है। अस्पतालों में इससे पीड़ित रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चिकित्सकों ने बच्चों में इस बीमारी के लक्षण अधिक देखते हुए अभिभावकों को सतर्कता बरतने की अपील की है।
दिसंबर का महीना खत्म होने की ओर चल रहा है। ऐसे में कड़ाके की सर्दी से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में कोल्ड डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। बाल रोग विशेषज्ञों की मानें तो कोल्ड डायरिया से प्रभावित सबसे ज्यादा बच्चे हो रहे हैं। इन्हें उल्टी, दस्त के साथ ही बुखार की भी शिकायत हो रही है।
जिला अस्पताल के सीएमएस डाक्टर प्रदीप मित्तल ने बताया कि इन दिनों बढ़ती ठंड के बीच बच्चों को कोल्ड डायरिया ने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। आमतौर पर गर्मी के दिनों में होने वाले डायरिया जैसे ही इसके भी लक्षण होते हैं। इन दिनों ठंड में बढ़े वैक्टीरियल इंफेक्शन और खानपान की लापरवाही के चलते कोल्ड डायरिया के मरीज देखने को मिल रहे हैं।
कोल्ड डायरिया के प्रमुख कारण
– बासी भोजन और बाहर के खाने से भी कोल्ड डायरिया हो सकता है।
– ठंड के मौसम में कम पानी पीने से।
– वैक्टीरियाल इंफेक्शन भी कोल्ड डायरिया का कारण हो सकता है।
– ठंड के मौसम में ऊनी कपड़े पहनने में लापरवाही से।
इसका रखें विशेष ध्यान
– अच्छी तरह से ऊनी कपड़े पहनें।
– शरीर में पानी की कमी न होने दें।
– ठंडा पानी ना पीएं।
– हल्का गुनगुना पानी पिएं। ठंडा पानी पीने से बचें।
– सर्दी-जुकाम या बुखार होने पर हैवी दवाएं न लें।
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