Khabarwala 24 Puffer Fish Video Viral : Congo Pufferfish अक्सर इंटरनेट पर ऐसी अजीबोगरीब और अद्भुत मछलियों के वीडियो वायरल होते रहते हैं, जिन्हें देखने के बाद कई बार खुद की ही आंखों पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। सोशल मीडिया पर एक फिश का वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जो आलू जैसी दिखाई पड़ रही है, जो कि मिनट-मिनट में गिरगिट की तरह रंग बदल सकती है। कुछ समय पहले आपने इंसानी चेहरे वाली मछली का वीडियो देखा होगा। एक ऐसा ही वीडियो पहले भी खूब वायरल हुआ था, जिसमें मछली के दांत हूबहू इंसानों के दांतों की तरह नजर आ रहे थे। हाल ही में एक ऐसा ही वीडियो लोगों को हैरत में डाल रहा है, जिसे देखकर यकीनन आप भी दंग रह जाएंगे।
आखिर खासियत क्या है इस मछली की (Congo Pufferfish)
इस मछली की ये खूबी है कि यह गिरगिट की तरह रंग बदल सकती है. इस मछली में टेट्रोडोटॉक्सिन न्यूरोटॉक्सिन पाया जाता है। दरअसल, ये एक बड़ी ही विचित्र कॉन्गो पफरफिश है, जो खुद को शिकारियों से बचाने के लिए हवा या पानी से अपना पेट गुब्बारे की तरह फुला लेती है. देखने में कुछ-कुछ ये आलू की तरह नजर आती है, जिसे देखकर पहली नजर में कोई भी धोखा खा सकता है। इसके अनूठे आकार के कारण ही इसे पटेटो पफरफिश के नाम से भी जाना जाता है।
कॉन्गो पफरफिश कहां पाई जाती हैं (Congo Pufferfish)
ये मछली अजीबोगरीब खूबियों का पिटारा है। बता दें कि, कॉन्गो पफरफिश मीठे पानी की मछलियां हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मीठे पानी की ये फिश सेंट्रल अफ्रीकी देश कांगो की कॉन्गो नदी में पाई जाती है। ये फिश 6 इंच (15.2 सेमी) तक के आकार में बढ़ सकती है। पटेटा पफरफिश, जिसे कॉन्गो पफरफिश के नाम से भी जाना जाता है। इसका साइंटिफिक नाम टेट्राओडॉन मियुरस है। ये मछलियां काफी एक्टिव रहती हैं, जो ज्यादातर समय खुद को रेत में दबाए रखती हैं. ये ऐसा करती हैं ताकि घात लगाकर शिकार को निवाला बना सकें।
Meet Tater the potato Puffer, also known as the Congo Puffer pic.twitter.com/pM5PZN2yeH
— Histra 1111 (@111Truth777) January 7, 2022
अजब खूबियां 8 सेकंड के वीडियो में (Congo Pufferfish)
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर इस फिश के वीडियो को @111Truth777 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है. महज 8 सेकंड के इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, पटेटा पफरफिश से मिलिए, जिसे कॉन्गो पफरफिश के नाम से भी जाना जाता है। ये मांसाहारी फिश हैं. इन्हें हमेशा अकेले रखा जाता है. कहते हैं कि, अगर इनके साथ एक्वेरियम में छोटी मछलियों को छोड़ दिया जाए, तो ये उनको पलभर में चट कर सकती हैं. यही नहीं ये अन्य मछलियों के पर (पंखों) कतरने में माहिर हैं।