Khabarwala 24 News Hapur: Crime News यूपी के जनपद हापुड़ की सिंभावली पुलिस ने महिला के ब्लाइंड मर्डर की वारदात का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश समेत दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त कार, 20230 रुपये अवैध हथियार बरामद किया गया है। पुलिस का दावा है कि जमीनी विवाद और अवैध संबंधो के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है।
क्या है पूरा मामला (Crime News)
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि 25 दिसंबर को सिंभावली थाना क्षेत्र के ग्राम खुड़लिया में एक अज्ञात महिला का शव मिला था। मृतका की शिनाख्त कराने पर पता चला कि वह गाजियाबाद निवासी गीता देवी है। पुलिस ने मामले की गहनता की जांच की तो दो लोगों के नाम प्रकाश में आए थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी ग्राम सदरपुर थाना बापूधाम जनपद गाजियाबाद निवासी बिजेंद्र उर्फ बिरजू और कस्बा डासना छप्पर वाली मस्जिद के पास थाना बेव सिटी गाजियाबाद निवासी शकील है।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृतका महिला के पति की करीब आठ -नौ माह पहले मृत्यु हो गई थी और मृतका महिला की आरोपी बिजेंद्र से अवैध संबंध में हो गए थे। महिला ने कुछ आपत्तिजनक फुटेज अपने पास रख लिए थे। बताया गया कि आरोपी बिरजू की बेटी की शादी थी तो महिला उससे पैसे की मांग करती थी अब तक उसने करीब चार लाख रुपये ले लिए थे। इसको लेकर वह तंग आ गया था और हत्या करने का प्लान बनाया।
50 हजार रुपये में शकील को दी थी हत्या की सुपारी (Crime News)
एसपी ने बताया कि बिरजू से शकील की जानपहनाच दिल्ली जेल में हुई थी। पिरजू ने शकील को महिला की हत्या करने के लिए पचास हजार रुपये की सुपारी दी थी। 24 दिसंबर को उन्होंने गाजियाबाद से महिला को घुमाने के बहाने गाड़ी में बैठाया। गाड़ी में महिला को शराब पिलाई। जब गाड़ी हापुड़ जनपद में पहुंची तो महिला ने लघुशंका के लिए गाड़ी को रुकवाया। जहां दोनों ने गोली मारकर महिला की हत्या कर दी और शव को छोड़कर फरार हो गए। शकील को बिजेंद्र ने तीस हजार रुपये दे दिए थे और बीस हजार रुपये बाकी थे। पुलिस के लिए यह हत्याकांड चैलेंजिग था। जिसका पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया।
डेढ़ साल पहले ही बिरजू जेल से छूट कर आया था (Crime News)
पुलिस ने बताया कि आरोपी बिजेंद्र उर्फ बिरजू शातिर अपराधी है। आरोपी के खिलाफ गाजियाबाद, दिल्ली के विभिन्न थानों में बलवा, हत्या, डकैती, लूट समेत विभिन्न धाराओं के आठ मुकदमें दर्ज हैं।
