Khabarwala24News Garhmukhteshwar (Hapur) : Crime News जनपद के गढ़मुक्तेश्वर में हुई 26 बंदरों की मौत के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि खेतों में नुकसान से क्षुब्ध होकर गुड़ में दीमक की दवाई मिलाकर डाल दी थी। जिसके खाने से बंदरों की मौत हुई।
क्या था मामला :
15 मई को थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस को सूचना मिली कि झडीना की तरफ जाने वाली नहर की पटरी पर वन विभाग की जमीन पर पेडो में कुछ बन्दर मृत पडे हुए हैं। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस एवं उच्चाधिकारीगणों द्वारा मौके पर जाकर देखा तो करीब 19 बन्दर मृत पडे मिले मिले। जिनके पास ही एक अखबार के टुकडे पर कुछ गुड रखा हुआ मिला, आस-पास जांच करने पर सात अन्य बंदरों के शव और मिले। पुलिस ने तत्काल वन विभाग की टीम एवं पशु चिकित्सको की टीम को मौके पर बुलवाकर बन्दरो के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था। पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए घटना के शीघ्र सफल अनावरण हेतु टीम गठित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे।
बंदरों को भगाने गुड़ में मिला दी थी दीमक मारने की दवा :
अपर पुलिस अधीक्षक मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनकी 3-3 बीघा गन्ने की खेती घटनास्थल के पास स्थित है, जोकि बुवाई के तुरन्त बाद ही बन्दरो ने गन्ना निकालकर खाकर बर्बाद कर दी थी तथा पिछले कई वर्षों से बन्दरो द्वारा उनके खेतों में निरन्तर नुकसान किया जा रहा था। भगाने पर बन्दर काटने को दौड़ते थे। इसी बात से क्षुब्ध होकर उन्होंने 13 मई को खाद भण्डार मैडिकल स्टोर कस्बा गढ़मुक्तेश्वर से एक किलो फैराडोन दीमक की दवाई खरीदी थी तथा 15 मई को एक दुकान से दो किलो गुड़ खरीदा और कपिल की टयूबवैल पर गुड़ में आधा किलो फैराडोन मिलाकर बन्दरो को गुड़ खाने के लिये रख दिया था। आरोपियों ने सोचा था कि दीमक की दवाई से बन्दर बेहोश हो जायेगे तो डर के कारण उस इलाके को छोड़कर चले जायेगें।
यह है पकड़े गए आरोपी :
पुलिस ने बताया कि ग्राम शाहपुर चौधरी थाना गढ़मुक्तेश्वर निवासी कपिल पुत्र चन्दकिरण चौहान और रोहताश उर्फ लाला हैं।

यह किया गया बरामद :
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक खाली पैकेट फैराडोन (दीमक मारने की दवाई) बरामद किया है।