Khabarwala24NewsHapur (Crime News):पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में आतंक का पर्याय बने कुख्यात रणदीप भाटी गैंग के शार्प शूटर और एक लाख के इनामी बदमाश मनोज भाटी को पुलिस ने बीती 29 जनवरी को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। जिलाधिकारी के अादेश पर इस मुठभेड़ की मजिस्ट्रीयल जांच अपर जिलाधिकारी ने शुरू की है। मामले में मनोज भाटी के स्वजन, पुलिस व अन्य लोग मुठभेड़ से जुड़े साक्ष्य अपर जिलाधिकारी कार्यालय में पेश कर सकते हैं। जिन्हें जांच में शामिल किया जाएगा।
क्या है मामला
मनोज भाटी, अंकित और शुभम ने पिछले साल 16 अगस्त को नगर कचहरी गेट के सामने दिनदहाड़े पेशी पर आए हिस्ट्रीशीटर लखन की हत्या कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में दोनों बदमाशों ने जानकारी दी थी कि लखन की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल को उन्होंने गांव सबली के जंगल में छिपाया था। इसी साल 29 जनवरी की दोपहर पिस्टल की बरामदगी के लिए टीम बदमाशों को लेकर नगर कोतवाली क्षेत्र के गांव सबली के निकट पूठा हुसैनपुर मार्ग स्थित एक नलकूप पर पहुंची थी। जहां मनोज भाटी ने मौका पाते ही हेड कांस्टेबल रविंद्र की पिस्टल छीनकर ली। पुलिस टीम पर करीब छह राउंड फायरिंग करते हुए मनोज भाटी ने भागने का प्रयास किया था। फायरिंग के दौरान बदमाश की गोली बाजू में लगने से एसओजी प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह घायल हो गए थे। जवाबी फायरिंग में मनोज भाटी सिर में गोली लगने से ढेर हो गया था। मनोज भाटी पर दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश सहित विभिन्न प्रदेशों के थानों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती समेत विभिन्न मामलों में करीब 35 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
लिखित/ साक्ष्य प्रस्तुत कर सकता है
आदेश में कहा गया है कि इस संबंध में किसी भी अधिकारी /कर्मचारी/ सामान्य जन को अपना लिखित/ मौखिक साक्ष्य प्रस्तुत करना है तो वह एक पत्र के अंतर्गत अपर जिलाधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर अपना अपना साक्ष्य(आडियो/वीडियो) प्रस्तुत कर सकता है।