खबरwala 24 न्यूज हापुड़ : किसानों ने गन्ना उत्पादन क्षेत्र में तिलहन का क्षेत्रफल बढ़ रहा है। किसान ट्रेंच विधि से गन्ना बुआई कर सहफसली खेती कर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। वर्तमान सीजन में 2,820 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहन की खेती हो रही है, जो गत सीजन में 2689 हेक्टेयर के सापेक्ष 131 हेक्टेयर क्षेत्रफल अधिक है।
हापुड़ जिले के साथ साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश गन्ना बेल्ट के नाम से प्रसिद्ध है। यहां के अधिकांश क्षेत्रफल में किसान गन्ने की बुआई करते हैं। दूसरे नंबर पर गेहूं, धान और सरसों आदि की बुआई होती है। इस बार गन्ने वाले इस क्षेत्र में तिलहन का क्षेत्रफल बढ़ रहा है। करीब 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल गन्ना रकबा है, जिसमें 20 प्रतिशत से ज्यादा किसान गन्ना की बुआई ट्रेंच विधि से करते हैं। इसमें किसान गन्ने के साथ सरसों, आलू सब्जियां आदि की खेती कर रहे हैं।
जिले में कृषि विभाग द्वारा पिछले वर्ष तिलहन की खेती का लक्ष्य 2,319 हेक्टेयर रखा था। जो बढ़कर 2,689 हेक्टेयर तक पहुंच गया था। इस बार विभाग ने तिलहन की खेती का 2,493 हेक्टेयर लक्ष्य रखा है। जो पिछले वर्ष से 131 हेक्टेयर अधिक है। हालांकि इस बार गेहूं के रकबे में कोई खास अंतर नहीं आया है। पिछले वर्ष 43,724 हेक्टेयर था जो इस बार 43,326 हेक्टेयर है।
किसानों को बांटा सरसों का बीज
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि शासन लगातार तिलहन की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है। इसके लिए किसानों को अक्टूबर और नवंबर माह में सरसों का निश्शुल्क और सब्सिडी पर बीज वितरित किया गया था। जिले में 1400 किसानों को 32 क्विंटल बीज सब्सिडी और निश्शुल्क वितरित किया गया था। यहीं कारण रहा है कि इस वर्ष सरसों का रकबा बढ़ा है।