Cyber Crime News Khabarwala24NewsHapur: पाकिस्तान व बंग्लादेश से संचालित फर्जी लोन एप के माध्यम से लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा था, इन विदेशी फर्जी लोन एप के जरिए हापुड़ के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ ठगी की गई थी। इस मामले में कोतवाली हापुड़ में मुकदमा दर्ज कराया गया। शिकायत पर कोतवाली पुलिस और साइबर सेल टीम ने मामले की जांच शुरू की और मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
साढ़े पांच लाख रुपये कर चुके हैं ट्रांसफर
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों का मकसद सिर्फ लोगों को ठगना है। इसके लिए आरोपी लोगों की फोटो को एडिट कर पीड़ित को ब्लैकमेल कर उससे पैसे ऐंठते थे, जिन्हें वह पाकिस्तान में मौजूद संचालकों को बाइनेंस क्रिप्टो करंसी के जरिए ट्रांसफर करते थे, अभी तक आरोपी पाकिस्तान में बैठे संचालक को करीब साढे़ पांच लाख रुपए ट्रांसफर कर चुके हैं।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर सेल और हापुड़ कोतवाली पुलिस ने आनंदा अपार्टमेंट थाना कापसहेडा दिल्ली निवासी प्रशांत मूल निवासी ग्राम झिटकी जिला मुज्जफरपुर बिहार । कापसहेडा थाना कापसहेडा दिल्ली निवासी अभिषेक तिवारी मूल निवासी ग्राम मौहम्मदपुर थाना कास्माबाद जनपद गाजीपुर, मोहल्ला गडरपुरा तगावली थाना निहालगंज जिला धौलपुर राजस्थान निवासी राजेंद्र हाल पताकापसहेडा दिल्ली को गिरफ्तार कर 5700 रुपये , पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक बलेनो कार बरामद की है।
विदेशों में हैं आरोपियों के कनेक्शन
पुलिस पूछताछ में पता चला कि पाकिस्तान व बांग्लादेश से संचालित एप्प जैसे क्रेजी मंकी, कैश लोन एप्प आदि डाउनलोड करने पर पीड़ित अपनी जानकारी फोटो के साथ इस एप्प में भरता है जिसके बाद पाकिस्तान के लाहौर में बैठा व्यक्ति यह गोपनीय जानकारी पकड़े गए आरोपियों को बेचता था और लोगों को ठगने के लिए खाते में पैसा भी ट्रांसफर करता था।
आरोपी जरूरतमंद को लोन के नाम पर कुछ रुपए देते हैं और बाद में कई गुना राशि वसूलते हैं। पैसा न मिलने पर आरोपी लोगों की फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर ब्लैकमेल करते हैं और मनमानी कर धन को वसूलते हैं जिसे वह पाकिस्तान के संचालक को भी भेजा करते हैं।
अपराध को कैसे देते थे अंजाम
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकडे गये अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया गया कि वह लोग अपने साथी नूर मौहम्मद के साथ मिलकर फर्जी चाइनीज लोन एप के द्वारा लोगों से धोखाधडी से अवैध धन वसूली का काम करते हैं। जिन लोगों को लोन की आवश्यकता होती है वो लोग ऑनलाइन गूगल पर या प्ले स्टोर पर लोन एप सर्च करते हैं तो प्ले स्टोर व गूगल पर अलग-अलग नामों से फर्जी लोन एप CRAZY MONKEY APP, TAKA APP, CASH LOAN APP, INSTA LOAN APP बना रखे हैं जैसे ही लोग उक्त लोन एप को डाउनलोड करके इंस्टॉल करते हैं उक्त एप ओपन होने पर एक लिंक खुलता है जिसमें उनकी व्यक्तिगत जानकारी मोबाइल नम्बर, बैंक खाता, पैन कार्ड, आधार कार्ड व स्वंय का सेल्फी फोटो आदि की डिटेल सब्मिट की जाती है, सब्मिट करने वाले व्यक्ति के मोबाइल की फोनबुक का डाटा व उसके द्वारा लिंक में भरी गयी व्यक्तिगत जानकारी उक्त कम्पनी के पास आ जाती है। उक्त एप का संचालन पाकिस्तान व अन्य देशों से होता है
हजारों लोगों को बना चुके हैं शिकार
पुलिस ने बताया कि अभियुक्त शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं जो अब तक हजारों लोगों के साथ ऐसी घटनाएं कर करोड़ों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमा चुके हैं। पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश कर रही है।