Khabarwala24 News Hapur : Cyber Crime साइबर ठग आए दिन किसी न किसी तरह से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। लोगों को झांसे में लेकर ठगी का शिकार बना रहे हैं। एसपी अभिषेक वर्मा के निर्देश पर एेसे ही लोगों की मदद कर साइबर सेल की टीम ने ठगे गए 5,56,742 रुपये वापस लौटवाए हैं। रुपये वापस मिलने पर पीड़ितों ने साइबर सेल की टीम को बधाई की है।
जनपदीय साइबर सेल प्रभारी विनोद पांडेय ने बताया कि जनपदीय साइबर सेल टीम को पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे। जिसके अंतर्गत
धोखाधडी / साइबर सम्बन्धी अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत जनपदीय साइबर सेल टीम द्वारा विभिन्न बैंको/पेमेन्ट गेटवे/मर्चेन्ट से सम्पर्क कर विगत माह नवम्बर में साइबर ठगी के पीडित हुए पीड़ितों के 5,56,742/-रूपये वापस कराए गए हैं।
पीड़ितों के चेहरे पर लौटी मुस्कान (Cyber Crime)
साइबर अपराधियों से धनराशि वापस मिलने पर पीड़ितों ने कहा थैंक यू हापुड़ पुलिस। उन्होंने पुलिस अधीक्षक व साइबर सेल टीम का आभार व्यक्त किया। पीड़ितों का कहना था कि उम्मीद ही नहीं थी कि उन्हें उनकी धनराशि वापस मिल जाएगी। एेसे में हापुड़ पुलिस ने काफी मदद की है।
वर्ष भर में लौटाएं 32.14 लाख (Cyber Crime)
जनपदीय साइबर सेल की टीम वर्ष 2023 में अब तक अब तक पीड़ितों के करीब 32,14,991/- रूपये वापस करा चुकी है। इसके साथ ही साइबर सेल ने लोगों से अनुरोध किया है कि वह सावधानी बरतें और किसी की बातों में आकर अपनी जानकारी न दें।
साइबर क्राइम से कैसे खुद को बचाएं (Cyber Crime)
आप अपने डिवाइस के लिए बढ़िया एंटीवायरस या इंटरनेट सिक्योरिटी एप्लीकेशन का प्रयोग कर सकते हैं। अलग-अलग साइटों पर अपने पासवर्ड न दोहराएं, और नियमित रूप से अपने पासवर्ड बदलें। उन्हें जटिल बनाया जाए। इसका मतलब है कि कम से कम 10 अक्षरों, संख्याओं और प्रतीकों के संयोजन का उपयोग करना। एक पासवर्ड मैनेजर एप्लिकेशन आपको अपने पासवर्ड को लॉक रखने में मदद कर सकता है। साइबर अपराधी अक्सर आपके सिस्टम तक पहुंच प्राप्त करने के लिए आपके सॉफ़्टवेयर में ज्ञात कारनामों या खामियों का उपयोग करते हैं। उन कारनामों और खामियों को दूर करने से यह संभावना कम हो सकती है ।
अपनी व्यक्तिगत और निजी जानकारी को बंद रखें। सोशल इंजीनियरिंग साइबर अपराधी अक्सर आपकी व्यक्तिगत जानकारी केवल कुछ डेटा बिंदुओं के साथ प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए आप सार्वजनिक रूप से जितना कम साझा करेंगे, उतना बेहतर होगा। आप अपने बच्चों को संचार चैनलों को बंद किए बिना इंटरनेट के स्वीकार्य उपयोग के बारे में सिखा सकते हैं। पहचान की चोरी तब होती है जब कोई व्यक्ति आपके व्यक्तिगत डेटा को गलत तरीके से प्राप्त करता है जिसमें धोखाधड़ी या धोखे शामिल होते हैं, आमतौर पर आर्थिक लाभ के लिए।