Cyclone Biparjoy Khabarwala 24 News New Delhi: अरब सागर में सक्रिय हुआ चक्रवात Cyclone Biparjoy बिपारजॉय खतरनाक हो गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि अभी वीएससीएस (बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान) बिपरजोय 2.30ISTपर पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किमी दक्षिण पश्चिम में और जखाऊ बंदरगाह से 360० किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। इसके 15 जून की शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने की संभावना है। इसको लेकर केंद्र पर राज्य सरकार गंभीर हो गई है और आवश्यक कार्य में जुट गई है।
क्या ही है मौसम विभाग ने चेतावनी
मौसम विभग के अनुसार, मंगलवार की सुबह छह बजे के करीब चक्रवाती तूफान बिपरजॉय Cyclone Biparjoy गुजरात के पोरबंदर तट से करीब 290 किलोमीटर दूर अरब सागर में मौजूद है और इसके 15 जून की शाम तक गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच से सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने का अनुमान है। आईएमडी ने गुजरात के कच्छ से लेकर मुंबई तक अलर्ट घोषित किया है।
राज्य सरकार-केंद्र सरकार अलर्ट
अधिकारियों के अनुसार चक्रवात बिपारजॉय Cyclone Biparjoy के मद्देनजर राज्य सरकार, केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। गुजरात में एनडीआरएफ की 12 टीमें हैं और उन्हें कच्छ, पोरबंदर, जूनागढ़, जामनगर, देवभूमि द्वारका, गिर सोमनाथ, मोरबी और राजकोट जिलों में तैनात किया गया है। केंद्र से 3 टीमें पहुंच गई हैं उन्हें राजकोट, गांधीधाम, कच्छ में रिजर्व में रखा गया है
अलर्ट मोड पर है रेलवे, बंद किए गए पोर्ट
चक्रवात Cyclone Biparjoy के कारण भारतीय रेलवे ने अपने आपदा प्रबंधन तंत्र को हालात से निपटने के लिए एक्टिव कर दिया है। इस चक्रवात के बुधवार को गुजरात में दस्तक देने की आशंका है, अनुमान है कि इससे बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। इसे देखते हुए रेलवे ने भावनगर, महुवा, वेरावल से पोरबंदर, ओखा से हापा और गांधीधाम क्षेत्र सहित संवेदनशील खंडों की पहचान की है। अनुमान है कि 14 जून की शाम को चक्रवात मांडवी-जखाऊ बंदरगाह के पास चक्रवात दस्तक देगा और कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के निकट बृहस्पतिवार को टकराने की आशंका है, तब तक यह बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बन जाएगा। इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने की संभावना है। इसे लेकर पोर्ट को बंद कर दिया गया है।
रेलवे ने क्या उठाए जरूरी कदम
रेलवे अधिकारियों के अनुसार भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और गांधीधाम में मंडल मुख्यालयों में आपातकालीन नियंत्रण कक्षों का संचालन शुरू कर दिया गया है।
हवा की स्पीड 50 किमी प्रति घंटे से ज्यादा होने पर ट्रेनों को रोकने का निर्देश दिया है।
सभी रेलवे जोनों को यात्रियों की आपातकालीन निकासी के लिए पर्याप्त डीजल इंजन और डिब्बों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
तूफान को देखते हुए फिलहाल डबल-स्टैक कंटेनरोंज की लोडिंग का काम भी रोक दिया है।
पश्चिम रेलवे ने तटीय गुजरात की तरफ जाने वाली अपनी 56 ट्रेनों को उनके डेस्टिनेशन से पहले ही रोक दिया है।
अगामी 3 दिनों के लिए कुछ ट्रेनों को रद्द करने पर भी पश्चिम रेलवे विचार कर रहा है।
13 जून से 15 जून के बीच करीब 15 ट्रेनों को रद्द करने का प्रस्ताव दिया जा रहा है।
बिपरजॉय को किया आईएमडी Imd ने डाउनग्रेड
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Imd) ने गुजरात में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।इस बीच राहत भरी खबर ये है कि आईएमडी ने बिपरजॉय को अति गंभीर तूफान की कैटेगरी से डाउनग्रेड करके बहुत गंभीर तूफान घोषित किया है।
1998 का साइक्लोन आया याद
अपना घर छोड़ जा रहे मजदूरों ने 1998 कांडला के साइक्लोन को भी याद किया। लैंडलाइन चक्रवात को इस वर्ष 25 साल हो रहे हैं.।ऐसे में अब एक नये खतरे को देखते हुए प्रशासन भी काफी सक्रिय है। 10 जून को 1998 में आए चक्रवात में कांडला पोर्ट इलाके में 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई थी। उस समय हवा की गति 165 किमी प्रतिघंटा थी।
जर्जर इमारतें तोड़ी गई
जामनगर के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन की जर्जर इमारत को जामनगर महानगर पालिका ने सोमवार बिपरजॉय चक्रवात के संभावित असर को देखते हुए तोड़ दिया गया. जामनगर के 150 साल पुराने रेलवे स्टेशन को काफी साल पहले ही बंद कर दिया गया था, लेकिन एतिहासिक इमारत के जर्जर होने की वजह से इसे सोमवार को गिरा दिया गया।