Cyclone Biparjoy KhabarwalaH24 News: भयानक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के कच्छ में जखाऊ तट के जरिये समुद्र से भूमि पर प्रवेश कर लिया। इसके प्रवेश करती ही तबाही शुरू हो गई और हवा की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। इससे जखाऊ राजमार्ग बंद करना पड़ा। चक्रवात के चलते मांडवी, देवभूमि द्वारका समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोग घायल हुए हैं। उधर, चक्रवात प्रभावित क्षेत्र अंधेरे में डूबे हैं। पूरे कच्छ में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बातकर हालात का जायजा लिया।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात का केंद्र (आई) करीब 50 किलोमीटर में दायरे में फैला है। चक्रवात के अरब सागर में आगे बढ़ने के दौरान समुद्र में 10 से 14 मीटर तक ऊंची लहरें उठी थीं। बृहस्पतिवार को तट से टकराने के बाद नवलखी क्षेत्र में 7.5 मीटर लहरें उठती देखी गईं। जिसके कारण समुद्र में सभी तरह की गतिविधियां निलंबित कर दी गईं।
बिजली बहाली में जुटे 597 कर्मचारी
तूफान के बाद बिजली आपूर्ति की बहाली के लिए 597 कर्मचारियों की टीमें तैयार हैं। सभी सब-स्टेशनों पर तार व खंभे उपलब्ध करा दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाली प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अन्य जिलों से टीमों को जुटाया गया है। तटीय क्षेत्रों में चक्रवात से प्रभावित जिलों में सरकारी स्कूलों और कार्यालयों में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा एहतियात के तौर पर चक्रवात की आशंका वाले जिलों में चार हजार से अधिक होर्डिंग हटा दिए गए हैं।
एक लाख लोगों को सुरक्षित शरणस्थलों तक पहुंचा
चक्रवात के तट पर टकराने से पहले करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित शरणस्थलों तक पहुंचा दिया गया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार सुबह तक बिपरजॉय चक्रवातीय आंधी और शाम तक सामान्य आंधी-तूफान में बदल सकता है।
लोगों को सुरक्षित निकाला
तूफान से सर्वाधिक प्रभावित गुजरात के 8 तटीय जिलों से लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया। इनमें सबसे ज्यादा 46800 लोग कच्छ के हैं। इसके बाद 10749 देवभूमि द्वारका, 9942 जामनगर, 9243 मोरबी, 6822 राजकोट, 4864 जूनागढ़, 4379 पोरबंदर और 1605 लोग गिर सोमनाथ जिले के हैं। कुल विस्थापितों में 8900 बच्चे, 1131 गर्भवती महिलाएं व 4694 बुजुर्ग हैं।
तूफान के कारण प्रभावित हुई रेल सेवा
पश्चिम रेलवे ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर कई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे ने एक बयान में बताया कि कुल मिलाकर 99 ट्रेनें 18 जून तक रद्द कर दी गई हैं। बुधवार को एहतियात के तौर पर 76 ट्रेनें रद्द की गईं थीं। ये ट्रेनें बिपरजॉय प्रभावित क्षेत्रों से आरंभ या समाप्त होती हैं। 39 ट्रेनें अपने निर्धारित स्टेशन से पहले ही रोक दी गईं।
पाकिस्तान के सिंध में 67000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
बिपरजॉय तूफान से निपटने के लिए पाकिस्तान के सिंध प्रांत के तटीय इलाकों में रहने वाले 67000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सिंध के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि थट्टा, सुजावल और बादिन जिले तूफान की जद में हैं। तूफान के संभावित तीव्र पभाव वाले क्षेत्रों से 67367 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए 39 राहत कैंपों में भेजा गया है। इसके अलावा तटीय इलाकों व समुद्री क्षेत्रों में सभी व्यापारिक गतिविधियों व जहाजों के संचालन को भी रोक दिया गया है।