Cyclone Biparjoy Khabarwala 24 News New Delhi: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) खतरनाक रूप लेता जा रहा है। इसके गुजरात से टकराने में कुछ ही घंटों का समय बचा है। सरकार ने हजारों लोगों को तटीय इलाकों से निकालकर शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया है। इस बीच बुधवार (14 जून) को गुजरात के कई इलाकों में तेज बारिश भी शुरू हो गई है। केंद्र और राज्य सरकारें लगातार Cyclone Biparjoy पर नजर बनाए हुए हैं।
तेज हवाओं और बारिश का बना हुआ है खतरा
आईएमडी के अनुसार, अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुरुवार शाम को गुजरात के कच्छ, सौराष्ट्र क्षेत्र, मांडवी तट और इससे सटे दक्षिण पाकिस्तान के कराची से गुजरेगा। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है। इस प्रक्रिया में ये थोड़ा कमजोर हो रहा है, लेकिन इससे अभी भी तूफानी लहरों, तेज हवाओं और भारी बारिश का खतरा बना हुआ है।
11 जून को यह अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया था
दक्षिण पूर्वी अरब सागर में छह जून को बनने के बाद से बिपरजॉय लगातार उत्तर की ओर बढ़ते हुए मजबूत हो रहा था और 11 जून को यह अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया था। जिसकी हवाओं की रफ्तार 160 किमी प्रति घंटे से अधिक के आंकड़े की तरफ बढ़ रही थी, लेकिन एक दिन बाद इसकी तीव्रता कम हो गई थी।
भूकंप के झटके महसूस किए गए
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार बिपरजॉय बुधवार को रास्ता बदलने और कच्छ व सौराष्ट्र की ओर उत्तर-पूर्वी दिशा में बढ़ने के लिए तैयार है। फिर गुरुवार की शाम ये जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरेगा? बुधवार को कच्छ में ३.३ तीव्रता के भूकंप के झटके भी महसूस किए गए हैं.
लोगों से किया सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह
मौसम विभाग ने अधिकारियों से गिर, सोमनाथ और द्वारका जैसे लोकप्रिय स्थलों पर पर्यटकों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने को कहा है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है। तेज हवाओं से फूस के घरों के पूरी तरह से नष्ट होने, कच्चे घरों को व्यापक नुकसान और पक्के घरों को भी थोड़ा-बहुत नुकसान होने की आशंका है.
सशस्त्र बलों की तैयारियों की रक्षा मंत्री ने की समीक्षा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। तैयारियों की समीक्षा करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात बिपारजॉय के संबंध में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भी तैयार हैं.
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया
गुजरात के तटीय इलाकों से अब तक 74 हजार से अधिक लोगों को निकालकर अस्थायी आश्रय शिविरों में शिफ्ट किया है। अकेले कच्छ जिले में लगभग 34300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10000, मोरबी में 9243 राजकोट में 6089, देवभूमि द्वारका में 5035, जूनागढ़ में 4604, पोरबंदर जिले में 3469 और गिर सोमनाथ जिले में 1605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
Ndrf की टीमों की गई तैनात
चक्रवात की संभावित दस्तक से पहले राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (Ndrf) ने गुजरात और महाराष्ट्र में राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए कुल 33टीमों को जिम्मा सौंपा है। एनडीआरएफ की 18 टीमों को गुजरात में रखा गया है, एक को दीव में तैनात किया गया है। दीव उत्तर में गुजरात के गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों से और तीन ओर से अरब सागर से घिरा हुआ है। अधिकारियों ने गुजरात में एनडीआरएफ की तैनाती की जानकारी देते हुए कहा कि एनडीआरएफ की चार टीमों को कच्छ जिले में, राजकोट और देवभूमि द्वारका में तीन-तीन, जामनगर में दो, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और गांधीनगर में एक-एक टीम तैनात की गई है।
महाराष्ट्र में तैनात की 14 Ndrf टीमें
महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की कुल 14 टीमों में से पांच को मुंबई में तैनात किया गया है जबकि बाकी को तैयार स्थिति में रखा गया है. इनमें से प्रत्येक टीम में लगभग 35-40 कर्मी हैं और वे पेड़ और खंभा कटर, बिजली से चलने वाली आरी, हवा भरकर फुलाये जाने वाली नौका और आम बीमारियों की दवाएं और राहत सामग्री से लैस हैं. वहीं बीएमसी ने मुंबई के समुद्र तटों पर डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए मुंबई के सभी 6 सार्वजनिक समुद्र तटों पर 120 लाइफगार्ड नियुक्त करने का फैसला किया है.
अमित शाह का ओडिशा दौरा स्थगित
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 17 जून को ओडिशा का निर्धारित दौरा चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी और शाह दोनों सीधे तौर पर चक्रवात की निगरानी कर रहे हैं। इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री के लिए शनिवार को ओडिशा का दौरा करना संभव नहीं होगा। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी चक्रवात के प्रकोप से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की है और वे राज्य सरकार के आपातकालीन संचालन केंद्र का दौरा भी कर रहे हैं.
भारी बारिश होने की आशंका
आईएमडी (IMD)के अनुसार 15 जून को चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के साथ ही राज्य में बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी और कच्छ, देवभूमि द्वारका तथा जामनगर में कुछ जगहों पर अत्यंत भारी बारिश होने के आसार हैं। चक्रवात के कारण पोरबंदर, राजकोट, मोरबी, जूनागढ़ और सौराष्ट्र व उत्तर गुजरात क्षेत्र के बाकी जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। दक्षिण राजस्थान में शुक्रवार को भी छिटपुट जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की और भारी से बहुत भारी स्तर की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। राजस्थान सरकार ने कहा है कि वह बिपरजॉय चक्रवाती तूफान से बचाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है.