Khabarwala 24 News New Delhi: Delhi Earthquake Today दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके का अहसास होते ही लोग घरों से बाहर निकल पड़े। ऑफिसों में काम कर रहे लोग भी कामकाज छोड़कर बिल्डिगों से बाहर आ गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 रही। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर था। फिलहाल कहीं से भी जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर के पूंछ इलाके में भी महसूस हुए।
पाकिस्तान के मौसम विभाग ने क्या कहा? (Delhi Earthquake Today )
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने एक्स पर पोस्ट किया, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश इलाके में था. विभाग ने ट्विटर पर लिखा,”6.0 तीव्रता का भूकंप दोपहर 2.20 बजे (स्थानीय समय) हिंदू कुश क्षेत्र में 213 किलोमीटर की गहराई पर आया है.” पिछले साल अक्टूबर के बाद से अफ़ग़ानिस्तान दो बार 6 और उससे अधिक तीव्रता के भूकंपों से दहल चुका है।
क्यों आता है भूकंप? (Delhi Earthquake Today )
आपको बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
जानिए क्या है भूंकप के केंद्र और तीव्रता का मतलब? (Delhi Earthquake Today )
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।
कैसे मापा जाता है भूकंप की तीव्रता और क्या है मापने का पैमाना? (Delhi Earthquake Today )
भूंकप की जांच रिक्टर स्केल से होती है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है। इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है।