Dengue News Khabarwala 24 Hapur News : यूपी के जनपद हापुड़ में डेंगू ने लोगों को अपनी पकड़ में लेना शुरू कर दिया है। जिस कारण मरीजों की हालत खराब हो रही है। निजी अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला संयुक्त चिकित्सालय में बुखार से पीड़ितों की संख्या बढ़ने से बैड फुल हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 116 संदिग्धों के नमूनों की जांच की। इसमें एलाइजा टेस्ट में 11 मरीजों की रिपोर्ट डेंगू पाजीटिव आई है। जनपद में अब तक डेंगू के 115 मरीज मिल चुके हैं। जबकि पिछले साल सिर्फ 72 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी।
डेंगू के मरीजों की गिर रही प्लेटलेट्स, लीवर में सूजन और फेफड़ों में भर रहा पानी
डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स गिरने के साथ लीवर में सूजन, फेफड़ों में पानी, शरीर पर सूजन जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में 30 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले करीब पांच मरीज भर्ती हैं। उनको मेरठ रेफर किया गया है। हालांकि इस बार करीब 65 मरीजों को जिला अस्पताल में इलाज देकर स्वस्थ किया गया है।
अभियान चलाकर खोज रहे लार्वा, 541 घरों में मिला
डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया विभाग की टीम ने अभियान संचालित कर रखा है। इस अभियान के तहत घरों में लार्वा खोजने का काम किया जा रहा है। अभी तक कुल 541 घरों की जांच की गई। जिसमें 522 कूलर, 831 गमले, 241 ड्रम, 128 टायर, 376 फ्रिज ट्रे, 1205 अन्य पात्रों की जांच की गई। 149 पात्रों में लार्वा मिला, जिसे नष्ट कराया गया।
जनपद में डेंगू के हाट स्पाट क्षेत्र
वैशाली कालोनी, जोगीपुरा, सर्वोदय कालोनी, ट्याला, छोटा बाजार, धौलाना, धनपुरा, रतुपुरा, छतनौरा, हिम्मतपुर, झड़ीना। ये सभी डेंगू के हाट स्पाट बने हुए हैं।
डेंगू के साथ-साथ वायरल भी कर रहा परेशान
जनपद में जहां डेंगू का जाल बिछा हुआ है। वहीं वायरल बुखार भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वायरल में भी डेंगू जैसे लक्षण दिख रहे हैं। ऐसे मरीजों से अस्पतालों की ओपीडी और वार्ड भरे हुए हैं। सरकारी अस्पतालों में भले ही बेड रिजर्व किए गए हैं, लेकिन यहां मरीजों को भर्ती नहीं किया जाता।
जिला अस्पताल में सभी तैयारियां पूरी
मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि जिला अस्पताल में डेंगू को लेकर अतिरिक्त काउंटर बनवाए गए हैं। एक काउंटर पुरुष, एक काउंटर महिलाओं के लिए तैयार किया गया है। ऐसे में बुजुर्गों को लंबी कतारें में नहीं फंसना पड़ेगा। बुखार होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर अपनी जांच कराए। स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में दवा और उपकरण मौजूद हैं।