Diwali Khabarwala 24 News Hapur: पटाखों की बिक्री और छुड़ाने पर प्रतिबंध होने के बाद भी नगर में रविवार को दिवाली की रात जमकर आतिशबाजी रही। लेकिन, गनीमत रही कि आतिशबाजी के बाद हुए प्रदूषण पिछले वर्षो की तुलना में आधा ही रहा। लेकिन पिछले दो दिन के मुकाबले दो गुना से अधिक हो गया। आतिशबाजी के बाद सोमवार को जिले का एक्यूआई 253 दर्ज किया गया, जिसके बाद आसमान में धुंध छा गई।
प्रतिवर्ष दिवाली पर जमकर आतिशबाजी की जाती है। जिसके अगले दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) का स्तर 450 के पार तक पहुंच जाता है। जिससे जिला गैस चेंबर के रूप में तब्दील हो जाता था। आसमान में धुएं की धुंध बनी रहती थी। जो आंखों को भी बेहद नुकसान देती थी। यह हालात दिवाली से कई सप्ताह तक लगातार बने रहते थे। ऐसे में सांस के मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी होती थी। जिससे लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

इस वर्ष दिवाली से एक सप्ताह पूर्व ही ऐसे हालात बन गए थे और प्रदूषण बढ़ने के कारण एक्यूआई भी 400 के पार पहुंच गया था। लेकिन दिवाली से दो दिन पूर्व हुई बारिश ने धुंध को धोकर मौसम साफ कर दिया, जिससे एक्यूआई भी गिरकर 104 तक पहुंच गया था। लेकिन दिवाली पर हुई आतिशबाजी के बाद एक्यूआई में फिर से बढ़ोत्तरी देखने को मिली। जिसके बाद सोमवार को एक्यूआई 253 दर्ज किया गया और आसमान में भी धुंध छा गई। हालांकि बीते पांच वर्षों के मुकाबले इस साल दिवाली से अगले दिन प्रदूषण का स्तर काफी अच्छा रहा।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि हवाएं चलने के कारण प्रदूषण का स्तर अधिक नहीं हुआ है। हवा अपने साथ प्रदूषण को उड़ाकर ले गई है। जिसके चलते एक्यूआई का स्तर अन्य वर्षों के मुकाबले कम रहा है। इस वर्ष दिवाली के बाद सबसे साफ हवा है।
देर रात तक चलते रहे पटाखे (Diwali)
दिवाली पूजन के बाद बच्चों ने अपने परिजनों के साथ जमकर आतिशबाजी की। मनमोहक आतिबाजी से आसमान गुलजार हो गया था। इस ओर कलर फुल पटाखे दिखाए दे रहे थे।
दिवाली की बधाई दी (Diwali)
दिवाली पूजन के बाद लोगों ने आसपास में रहने वाले लोगों के साथ साथ परिजन व अन्य लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं दी। सोशल मीडिया के माध्यम से भी बधाई के दौर देर रात तक चलता रहता।
दिवाली के बाद पिछले पांच वर्षों का एक्यूआई (Diwali)
वर्ष एक्यूआई
2022 294
2021 446
2020 400
2019 444
2018 420
