Khabarwala 24 News New Delhi: Dr Mahrang Baloch From Balochistan आखिर कौन हैं 31 साल की वह सामान्य सी दिखने वालीं महिला महरंग बलोच जिनके नाम से पाकिस्तान सालों से परेशान है। और, अब ऐसा क्या हो गया है कि महंरग बलोच को दुनिया भर से समर्थन मिल रहा है? कौन हैं ये महरंग बलोच जिनके अहिंसक आंदोलन से पाक की नाक में दम हो रखा है। पाकिस्तान के चार प्रांतों में सबसे रूढ़िवादी बलूचिस्तान की निवासी बलोच महात्मा गांधी की राह पर चल रहीं हैं। बलूस्तिान को लेकर पाकिस्तान दोहरे तनाव में है। एक और बीएलए ने आतंक बरपाया हुआ है और दूसरी ओर शांतिवादी अहिंसक आंदोलनरत महरंग बलोच पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चली हैं।
Dr Mahrang Baloch From Balochistan बलूचिस्तान में बीएलए जैसे विद्रोही संगठनों के करीब 70 से अधिक लोगों की हत्या के बाद पाकिस्तान सरकार के खिलाफ डॉक्टर महरंग बलूच का गांधीवादी, अहिंसक प्रोटेस्ट तेज हो गया है। साहसी बलोच के भाषण इतने प्रभावशाली हैं कि उन्हें संपूर्ण प्रांत में सम्मान और प्रशंसा के साथ साथ लोगों का साथ भी मिलता रहा है। बलूच लोगों को एकजुट करने में वे काफी सफल रही हैं और इस प्रांत की महिलाएं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर सड़क पर उतरती हैं।
दोतरफा वार झेल रहा बलूस्तिान (Dr Mahrang Baloch From Balochistan)
Dr Mahrang Baloch From Balochistan 1948 से लेकर आज तक बलूस्तिान और पाकिस्तान सरकार व आर्मी के साथ तनाव कभी शांत नहीं हुआ। इधर यह और तेजी से बढ़ा है। इसके नतीजे के तौर पर बलूस्तिान में पाकिस्तान की सेना, अर्धसैनिक और खुफिया बलों ने बलूच लोगों का अपहरण करने, उन्हें प्रताड़ित और जान से मार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान में दो अलग-अलग हमलों में कम से कम 31 लोग मारे गए। उन्हें बस से उतारा गया और गोलियों से छलनी कर दिया गया। लगभग तीन दर्जन हथियारबंद लोगों ने बलूचिस्तान और पंजाब की सीमा पर स्थित पाकिस्तान के मूसाखेल जिले में ये हमला किया। 35 वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया।
पिता को पहले खोया, फिर इकलौते भाई को भी उठा ले गए (Dr Mahrang Baloch From Balochistan)
Dr Mahrang Baloch From Balochistan 31 साल की महरंग 2006 से बलूच लोगों के अपहरण और हत्याओं का विरोध कर रही हैं। उनके पिता एक राजनीतिक कार्यकर्ता थे। वे एक दिन अचानक गायब हो गए। बाद में उनका बुरी तरह क्षत विक्षत शव 2011 में मिला था। ये ही वह दिन था जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सिर पर कफन बांध लिया। 2017 में उनके भाई भी ऐसे ही लापता हुए जो साल भर वापस किए गए। सेना के खिलाफ उनके आंदोलन का ही असर था कि 3 महीने से अधिक समय तक कब्जे में रखने के बाद लौटा दिया। बलूच का अभियान आज तक थमा नहीं, धमकियों का सामना करने के बावजूद न उनके मार्च रुके न अहिंसक आंदोलन। 2019 में उन्होंने BYC की स्थापना की कर दी।
बीवाईसी क्या है ..क्या काम है इसका (Dr Mahrang Baloch From Balochistan)
Dr Mahrang Baloch From Balochistan बीवाईसी यानी बलूच यकजेहती समिति (Baloch Yakjehti Committee) के जरिए वह बलूच लोगों के सामने आने वाले मुद्दों पर बातचीत करने के लिए समुदायों में छोटी-छोटी जमीनी बैठकें आयोजित करती हैं। द गार्जियन से बातचीत में वह बताती हैं- हमने स्कूलों में जन-आंदोलन शुरू किया और साथ ही युवाओं, खासकर युवा महिलाओं को राजनीतिक शिक्षा देने के लिए घर-घर जाकर काम किया।
पहली बार जब एक शव देखा तब… (Dr Mahrang Baloch From Balochistan)
Dr Mahrang Baloch From Balochistan डॉक्टर बलोच कहती हैं, जब मैं छोटी थी तो मुझे लगता था कि जब आप बूढ़े हो जाते हैं तो मृत्यु होती हैज् मैं मौत से डरती थी और फ्यूनरल में जाने से इनकार करती थी। पहली बार मैंने एक शव तब देखा जब मुझे मुर्दाघर में जबरदस्ती ले जाया गया। अपने पिता को दी गई यातना और उनकी क्षत-विक्षत देह की मैंने पहचान की.. मैं मजबूर की गई.. कहती हैं- मैंने पिछले 15 सालों में अपने करीबी लोगों के दर्जनों शव देखे हैं कि मौत अब मुझे डराती नहीं है।
डॉक्टर महरंग की मांग- न्याय हो (Dr Mahrang Baloch From Balochistan)
Dr Mahrang Baloch From Balochistan पाकिस्तान के बलूचिस्तान की रहने वाली महरंग बलूच पेशे से एक डॉक्टर हैं। 16 साल की उम्र से पाकिस्तान की सेना के खिलाफ जंग लड़ रहीं बलोच की मुख्य लड़ाई बलूचिस्तान में पाक सेना के गैरकानूनी तरीके से आम लोगों को उठा ले जाने और हत्या जैसे शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ है। महरंग की 5बहनें और 1 भाई हैं और उनका परिवार कलात, बलूचिस्तान से है। पिता अब्दुल गफ्फार बलूच एक मजदूर और वामपंथी राजनीतिक कार्यकर्ता थे। वह सीटीडी (आतंकवाद-रोधी विभाग) के जरिए बेजा हत्याओं और किडनैपिंग के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही हैं।