Khabarwala 24 News New Delhi : Dragon Crew Capsule Cost 9 महीने से फंसी सुनीता विलियम्स अब धरती पर वापस आ चुकी हैं। सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, अलेक्जेंडर गोर्बुनोव और निक हेग को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का ड्रैगन फ्रीडम कैप्सूल वापस लेकर आया है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 6 जून 2024 को ISS पर अपना मिशन शुरू किया था। ये कैप्सूल बनने के बाद अब तक 49 बार लॉन्च हो चुका है। ड्रैगन कैप्सूल 44 बार इंंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा कर चुका है लेकिन क्या आप इसकी कीमत जानते हैं…
कितनी है एलन मस्क के कैप्सूल की कीमत (Dragon Crew Capsule Cost)
अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने की जिम्मेदारी स्पेसएक्स ने उठाई है तो जाहिर है कि खर्चा भी उसी ने उठाया होगा। स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल और फॉल्कन 9 रॉकेट के जरिए इनको धरती पर लाया गया है। ऐसे में फॉल्कन 9 की लॉन्च लागत 580 करोड़ रुपये ( 69.75 मिलियन डॉलर है) जबकि क्रू ड्रैगन कैप्सूल की कीमत 1170 करोड़ यानि 140 मिलियन डॉलर रही है। रिपोर्ट्स की मानें तो स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की प्रति सीट की कीमत 55 मिलियन डॉलर (लगभग 45 अरब) है।
कितने किलो का Dragon Crew Capsule (Dragon Crew Capsule Cost)
नासा ने चारों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए SpaceX के Dragon Crew Capsule को चुना है। इस कैप्सूल में एक बार में सात एस्ट्रोनॉट्स बैठ सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये दुनिया का पहला ऐसा निजी एयरक्राफ्ट है, जो कि स्पेस स्टेशन से लगातार कार्गो लेकर आता-जाता रहा है। इस खाली कैप्सूल का वजन 7700 किलोग्राम होता है। जब इस कार्गो और एस्ट्रोनॉट्स के साथ लॉन्च किया जाता है, तब इसका अधिकतम वजन 12,500 किलोग्राम हो जाता है। आमतौर पर इस कैप्सूल में दो से चार एस्ट्रेनॉट्स बैठ सकते हैं, लेकिन इमरजेंसी की स्थिति में इसमें सात लोगों के बैठने की व्यवस्था होती है।
अपने कैप्सूल को रीयूज करता है स्पेसएक्स (Dragon Crew Capsule Cost)
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स अपने रॉकेट और कैप्सूल को रीयूज करता है। इस वजह से इसकी लागत कम हो जाती है. लेकिन इस बार यह एक इमरजेंसी मिशन बन चुका था, जिसमें 4 लोगों की जान दांव पर थी, इसलिए सुरक्षा और अतिरिक्त सुविधाओं पर भारी खर्चा हुआ है। इसलिए इस बार इस मिशन में खर्च ज्यादा हुआ है। क्रू ड्रैगन कैप्सूल को स्पेशली अंतरिक्ष से लोगों को लाने और ले जाने के लिए यूज किया जाता है, इसलिए इसमें बैकअप सिस्टम, लाइफ सपोर्ट सिस्टम, इमरजेंसी इवैक्युएशन सिस्टम होता है। यही वजह है कि इसकी कीमत बढ़ जाती है।