Khabarwala 24 News Hapur: Driving In Foreign विदेशों में भारतीयों का गाड़ी चलाने का क्रेज बढ़ रहा है। परिवहन कार्यालय में इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) के लिए कोराना के बाद से प्रत्येक वर्ष ग्राफ बढ़ा है। विदेशी धरती पर चालक के रूप में नौकरी की चाहत के लिए ही नहीं, बल्कि पढ़ाई करने वाले छात्रों के साथ पर्यटन पर जाने वाले लोग भी इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट ले रहे हैं। पिछले सात वर्षों में 100 लोगों ने आईडीपी के लिए आवेदन किया है।
जनपद से बड़ी संख्या में जाते हैं विदेश (Driving In Foreign)
जिले से प्रत्येक वर्ष नौकरी, व्यवसाय, पढ़ाई के लिए लोग सऊदी अरब, कनाडा, आस्ट्रेलिया, यूएसए, दुबई सहित अन्य देशों में जाते हैं। कुछ देश भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस भी स्वीकार करते हैं। लेकिन विदेशी सडक़ों पर ड्राइव करने के लिए हमेशा इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट की मांग की जाती है। इसके बाद वहां की सडक़ों पर वाहन चलाने के लिए करीब एक सप्ताह का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
कोरोना में कम जारी हुए लाइसेंस (Driving In Foreign)
जिलेभर से वर्ष 2023 में अभी तक जिले के 24 लोगों के इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जा चुके हैं, इनमें सबसे अधिक कनाडा, ऑस्टे्रलिया, यूएसए आदि देशों में पढ़ाई करने वाले छात्र शामिल हैं। इसी तरह वर्ष 2022 में 25 के आईडीपी जारी किए गए थे। वर्ष 2021 और 2020 में कोरानो का प्रकोप होने के कारण दोनों वर्षो में 16 लाईसेंस बने थे।
क्या बोले अफसर (Driving In Foreign)
एआरटीओ ने बताया कि इस बार सबसे अधिक आवेदन विदेशों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के सबसे अधिक आवेद आए हैं। इंटरनेशनल लाईसेंस परमिट के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए आवेदक को अपना ड्राईविंग लाईसेंस, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, वीजा की प्रति जमा करनी होती है। प्रयास रहता है कि ऑनलाइन लाइसेंस परमिट प्रक्रिया के दौरान आवेदकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाए।
वर्ष आवेदन
2017 7
2018 14
2019 14
2020 7
2021 9
2022 25
2023 24
