Khabarwala 24 News New Delhi : Epidemic Coming to Earth स्पेस की दुनिया काफी ज्यादा यूनिक है। यही कारण है कि कई बार हमारी धरती पर खतरा स्पेस से भी आता है, जबकि इसमें हमारे द्वारा पैदा किए हथियार की कोई गलती नहीं होती बल्कि दूसरे ग्रह, क्षुद्रग्रह, या उलकापिंड के जरिए खतरनाक और जानलेवा सूक्ष्मजीव भी हमारी धरती पर आ सकते हैं और हमारी मानव सभ्यता को पूरी तरीके खत्म कर सकते हैं। अब आपके मन ये सवाल उठ रहा होगा कि ये कैसे हो सकता है। दरअसल नासा के वैज्ञानिकों ने मंगल जैसे ग्रह से आने वाले नमूनों को देखकर अपनी इस चिंता को दुनिया के सामने जाहिर किया और आज के समय में जो स्थिति बनती जा रही है…उसे सिरे से नकार भी नहीं सकते। दुनिया के सामने अब नासा इस तरह के खतरों से निपटने के लिए अरबों डॉलर तक खर्च करने की तैयारी में है। नासा अंतरिक्ष सुरक्षा में व्यापक बदलाव का मसौदा तैयार करने जा रहा है।
आखिर क्यों बन रहा खतरा (Epidemic Coming to Earth)
दरअसल नासा अरबो डॉलर खर्च कर एक एस्ट्रोबायोडिफेंस बल बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है क्योंकि नासा मंगल ग्रह के टुकड़ों को हमारे ग्रह पर लाना शुरू कर रहा है। वैज्ञानिकों का अंदाजा है कि इनके साथ कई ऐसे सूक्ष्म जीव आ सकते हैं, जो आज के समय में हमारी सभ्यता के लिए खतरा बन जाए। डेमोक्रेटिक कांग्रेस महिला डोना शालाला और पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी और रिपब्लिकन कांग्रेस महिला सुसान ब्रूक्स ने जोर देते हुए कहा अभी हमारी धरती इस लेवल के लिए अच्छे से तैयार नहीं हुए है, जो इसे बर्दाशत भी कर सके।
अप्रत्याशित खतरों से परिचय (Epidemic Coming to Earth)
सीधे शब्दों में कहे तो हम अज्ञात की ओर आगे बढ़ते हैं, हम खुद को नए और पहले से अप्रत्याशित खतरों से भी परिचित कराते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि अंतरिक्ष संगठन के पास 11 अरब डॉलर (£8.8 बिलियन) से भी कम है, जिसका ज्यादातर हिस्सा नमूने लौटाने के लिए नासा के अरबों डॉलर के बजट के हिस्से के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा क्योंकि लाला और ब्रूक्स ने अपने दावे में कहा कि नासा को अपना पैसा एक समूह में निवेश करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ताकि नई खोज के लिए हमारी खोज हमारी सुरक्षा और अस्तित्व पूरी तरीके से सेफ रहे।