Khabarwala 24 News New Delhi: Falcom Passport किसी भी दूसरे देश की यात्रा करने के लिए आपको पासपोर्ट की जरूरत होती है। दुनिया के कई देश ऐसे हैं, जहां पर बिना पासपोर्ट और वीजा के आप फ्लाइट में नहीं बैठ सकते हैं, लेकिन एक ऐसा देश भी है, जहां पर इंसानों के अलावा पक्षियों का भी पासपोर्ट बनाया जाता है। इस पासपोर्ट का इस्तेमाल कर पक्षी एक जगह से दूसरी जगह प्लेन में सवार होकर सफर करते हैं। इतना ही नहीं, इनके लिए फ्लाइट में अलग से सीट भी आरक्षित (रिजर्व )होती है।
प्लेन में पक्षी करते हैं सफर(Falcom Passport )
दरअसल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में लोगों को और खासतौर पर बेहद अमीर लोगों को चील पालने का शौक होता है। इसे फॉल्कन कहा जाता है, जिन्हें आपने कई शेखों की तस्वीरों में देखा होगा। इन चीलों की कीमत भी लाखों में होती है। यूएई के लोग इन चीलों को एक देश से दूसरे देश लेकर जाते हैं, जिसके लिए उन्हें इनके पासपोर्ट की जरूरत होती है। इन चीलों के पासपोर्ट को फॉल्कन पासपोर्ट दिया जाता है, जिसके बाद वो हवाई जहाज में सफर कर पाते हैं।
तीन साल तक वैध होता है पासपोर्ट (Falcom Passport )
फॉल्कन के मालिक अपने पक्षी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए यह पासपोर्ट बनवाते हैं, जो तीन साल तक के लिए वैध होता है। हर पक्षी का अलग से पासपोर्ट बनाना जरूरी होता है, बिना इसके प्लेन में यात्रा करना मुमकिन नहीं होता। इस पासपोर्ट को बनाने में करीब 4.5 हजार रुपये खर्च होते हैं। आपको भले ही ये बात सुनकर हैरानी हो रही होगी, लेकिन अरब देशों में फॉल्कन को हवाई जहाज में लेकर जाना आम है। हालांकि दुनिया के कुछ ही ऐसे देश हैं, जहां पर ये फॉल्कन पासपोर्ट वैलिड होता है।
सऊदी अरब के एक राजा ने साल 2017 में लगभग आधा प्लेन अपने पक्षियों के लिए बुक करा दिया था। राजा ने प्लेन में 80 सीटें सिर्फ अपने पालतू पक्षियों के लिए बुक कराई थीं। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और मामले ने सुर्खियां बटोरी थीं।