Khabarwala 24 News New Delhi : Follow on Rules in Test Cricket भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का चौथा मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। दूसरे दिन मेजबान ऑस्ट्रेलिया 474 रन बनाकर ढेर हुई। जवाब में एक बार महज 164 रन के स्कोर पर 5 विकेट गंवानेे वाली भारतीय टीम के सिर पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था।
फिल्हाल तीसरे दिन का खेल खत्म हो चुका है। भारत नितिश रेड्डी की नाबाद शानदार शतकीय पारी की बदौलत खेल खत्म होने तक नौ विकेट के नुकसान पर 358 रन बना चुका है। भारतीय टीम अभी भी मेजबान टीम से 116 रन पीछे है। फिल्हाल टीम पर फॉलोआन का खतरा टल चुका है। मगर हम बताने जा रहे है कि टेस्ट क्रिकेट में क्या होता है फॉलो-ऑन का नियम? कब और किन परिस्थितियों में होता है ये लागू?
क्या होता है फॉलो-ऑन (Follow on Rules in Test Cricket)
फॉलो-ऑन का शाब्दिक अर्थ होता है दोहराना। यह नियम किसी टेस्ट मैच या दो-दो पारियों वाले 5 दिवसीय मैच में लागू होता है। पहली पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम अगर कम से कम 200 रन की बढ़त हासिल करने में सफल होती है तो वो विरोधी टीम को फॉलो-ऑन के लिए यानी, दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए कह सकती है।
बल्लेबाजी का विकल्प (Follow on Rules in Test Cricket)
क्रिकेट की संरक्षक और नियम बनाने वाली संस्था मेलबॉर्न क्रिकेट क्लब(एमसीसी) के नियम क्रमांक 14.1.1 के मुताबिक दो पारियों वाले 5 दिवसीय या उससे ज्यादा दिन वाले मैच में पहले बल्लेबाजी करने के बाद कम से कम 200 रन की बढ़त हासिल करने वाली टीम के पास विरोधी टीम को दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए कहने का विकल्प होता है।
बदल जाता है नियम (Follow on Rules in Test Cricket)
एमसीसी के नियम 4.1.2 के मुताबिक यही नियम दो पारियों वाले पांच से कम दिन वाले मैचों में भी ये नियम लागू होता है। उसमें कम से कम बढ़त 3 या 4 दिवसीय मैच में 150 रन, दो दिवसीय मैच में 100 रन और एक दिवसीय मैच में 75 रन की होगी।
फैसला नहीं बदल सकते (Follow on Rules in Test Cricket)
फॉलो-ऑन लागू करने के लिए बढ़त हासिल करने वाली टीम के कप्तान को विरोधी टीम के कप्तान और अंपायरों को आधिकारिक तौर पर जानकारी देनी होती है। एक बार विरोधी कप्तान और अंपायरों को जानकारी देने के बाद फैसला नहीं बदला जा सकता।
बाकी बचे दिन पर लागू (Follow on Rules in Test Cricket)
अगर पहले दिन का खेल किसी वजह से नहीं हो सका तो फॉलो ऑन का नियम मैच में बाकी बचे दिन के आधार पर लागू होता है। यानी मैच के बाकी बचे दिनों के आधार पर लीड कम होती जाती है। जिस दिन मैच शुरू होता है इस उद्देश्य के लिए उस दिन को पहला माना जाता है। भले ही मैच उस दिन किसी भी वक्त क्यों ना शुरू हुआ हो।