Khabarwala 24 News Lucknow: Free Electricity in UP उत्तर प्रदेश में किसानों को मुफ्त बिजली देने के फैसले के बाद प्रदेश सरकार ने अब कृषि फीडरों को पूरी तरह सोलर पावर प्लांटों पर ले जाने का निर्णय लिया है। जिसके तहत सभी विद्युत सब स्टेशनों के आसपास सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाएंगे।
यह बिजली सब स्टेशन से सीधे कृषि फीडर पर भेजी जाएगी। इस फैसले से पावर कारपोरेशन प्रबंधन को किसानों को बिजली देने के लिए महंगी तापीय बिजली का प्रबंध नहीं करना पड़ेगा।
150 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए निकाला टेंडर (Free Electricity in UP)
उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है। पहले चरण में 150 मेगावाट क्षमता की सोलर पावर प्लांट लगाने का टेंडर निकाला गया है। इस टेंडर में 98 विद्युत सब स्टेशनों को शामिल किया गया है।
इन सब स्टेशनों के आसपास एक से दो मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट स्थापित किए जाएंगे। टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के बाद इन प्लांटों को स्थापित करने का काम दो माह के अंदर शुरू कर देने की तैयारी है। प्रदेश में करीब 4600 विद्युत वितरण सब स्टेशन हैं।
किन प्लांटों से उत्पादित बिजली पावर कारपोरेशन खरीदेगा (Free Electricity in UP)
यूपीनेडा के प्रबंध निदेशक के अनुसार कृषि फीडरों को सोलर पावर प्लांट से बिजली की सप्लाई देने की योजना कुसुम-सी-टू योजना के तहत किया जा रहा है। योजना के तहत प्राइवेट डेवलपर्स सोलर पावर प्लांट लगाएंगे। इन प्लांटों से उत्पादित बिजली डेवलपर्स द्वारा उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन को बेची जाएगी। 2.99 रुपये प्रति यूनिट की दर से
डेवलपर्स बेचेंगे बिजली
इस टेंडर में करीब 2.99 रुपये प्रति यूनिट की दर से यह बिजली डेवलपर्स बेचेंगे। प्रबंध निदेशक के मुताबिक विद्युत सब स्टेशनों से कृषि फीडर को अलग कर सीधे सोलर लाइन से जोड़ा जाएगा। यह बिजली सिर्फ कृषि फीडरों को दी जाएगी।