Khabarwala 24 News Hapur: Ganga Express Way गंगा एक्सप्रेस वे के किनारे गढ़मुक्तेश्वर में चिंहित भूमि पर औद्योगिक गलियारे की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए शासन ने पचास करोड़ रुपये जारी किए थे, जिसके बाद से किसानों के बैनामे भी शुरू हो गए हैं। हाल ही में बीस किसानों ने 53 बैनामे कराए हैं। जिसकी एवज में किसानों को 7.42 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया गया है। शासन ने बैनामे की प्रक्रिया को जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
118 हेक्टेयर भूमि का होना है अधिग्रहण (Ganga Express Way)
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा गढ़मुक्तेश्वर में गंगा एक्सप्रेस वे के किनारे की भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। यहां करीब 900 किसानों की 118 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। शासन ने फरवरी के पहले सप्ताह में 25 करोड़, मार्च के पहले सप्ताह में आचार संहिता लगने से पहले 25 करोड़ रुपये जारी किए थे। जिसके बाद से बैनामे की प्रक्रिया जारी है। अभी तक 53 बैनामे किए जा चुके हैं। गांव बाहपुर ढेहरा, चचावली व बहना सदरपुर की जमीन में औद्योगिक गलियारा बन रहा है।
रफ्तार पकड़ रहा निर्माण कार्य (Ganga Express Way)
औद्योगिक गलियारे के साथ गंगा एक्सप्रेसवे के अन्य हिस्सों में भी कार्य रफ्तार पकड़ रहा है। गंगा पुल के पिलरों का निर्माण तेज हो गया है। अधिकारियों की माने तो यहां करीब 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा चार अन्य महत्वपूर्ण हिस्से, जिसमें बिजौली एक्सटेंशन, किठौर रोड फ्लाई ओवर व एनएच-9 नए व पुराने हाइवे पर ओवर ब्रिज आकार लेने लगे हैं।
किठौर रोड पर अधिकतर पिलर बनकर तैयार हो गए हैं और इनके ऊपर रैंप डालने का कार्य किया जा रहा है। यहां भराव का 80 प्रतिशत कार्य भी पूरा है गया है। बड़ी बात है कि वर्ष 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा करने के लिए दिन रात कार्य किया जा रहा है।
मेरठ से प्रयागराज 8 घंटे में
गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मेरठ से प्रयागराज केवल 8 घंटे में पहुंचने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकें। ऐसे में संभव है कि मेरठ से प्रयागराज का सफर इससे भी कम समय में ही पूरा हो जाए। यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे होगा लेकिन इसे जरूरत पड़ने पर ८ लेन तक चौड़ा किया जा सकता है।
इन जनपदों से गुजरेगा
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज पर खत्म होगा।