Khabarwala 24 News Lucknow: Gangster Vinod Upadhyaya Killed यूपी एसटीएफ की टीम ने सुल्तानपुर में एक लाख के इनामी गोरखपुर के गैंगस्टर विनोद उपाध्याय को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उसके खिलाफ 35 मुकदमें दर्ज थे। वह पिछले काफी समय से फरार चल रहा था। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने गैंगस्टर की घेराबंदी की तो उसने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लग गई। एसटीएफ उसे अस्पताल ले गई जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हथियार और गाड़ी की बरामद (Gangster Vinod Upadhyaya Killed)
आपको बता दें कि विनोद उपाध्याय को अपराध की दुनिया में एक शार्प शूटर और संगठित गिरोह बनाकर वारदातों को अंजाम देने वाले माफिया के तौर पर जाना जाता था। वह 2007 में गोरखपुर सदर सीट से विधायक का चुनाव भी लड़ चुका था। एसटीएफ को उसके पास से 30 बोर चाइनीज़ कंपनी मेड पिस्टल, स्टेन गन,1 एमएम फैक्ट्री मेड, ज़िंदा कारतूस, खोखा कारतूस और एक स्विफ्ट कार बरामद की है। विनोद उपाध्याय गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर और लखनऊ में हत्या की वारदातों में शामिल रहा था। एसटीएफ मुख्यालय के डिप्टी एसपी दीपक कुमार सिंह की अगुवाई में गई टीम ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया है।
यूपी के 61 माफियाओं की सूची में था शामिल (Gangster Vinod Upadhyaya Killed)
विनोद उपाध्याय के खिलाफ गोरखपुर, बस्ती और संतकबीरनगर में 35 मुकदमें दर्ज थे। हालांकि किसी भी मामले में उसे सजा नहीं मिली थी। विनोद उपाध्याय पर पहले 50 हजार रुपए का इनाम था। बाद में इसे बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया गया था। विनोद उपाध्याय मूलरूप से अयोध्या जिले के मया बाजार स्थित उपाध्याय का पुरवा का रहने वाला था। वह गोरखपुर के टॉप-10 बदमाशों और यूपी के 61 माफियाओं की सूची में शामिल था।
विनोद उपाध्याय के अवैध कब्जे पर चला था बुलडोजर (Gangster Vinod Upadhyaya Killed)
पिछले काफी समय से फरार चल रहे माफिया विनोद उपाध्याय पर शिकंजा कसते हुए पिछले साल जून महीने में गोरखपुर में पुलिस ने बुलडोजर से उसका अवैध कब्जा ढहा दिया गया था। इसके साथ ही करीब सात हजार वर्ग फीट की बेशकीमती जमीन मुक्त करा ली थी। गोरखपुर गुलरिहा थाना क्षेत्र के सलेमपुर मोगलहा में माफिया विनोद उपाध्याय ने इस जमीन पर कब्जा कर रखा था। इस पर उसने कुछ निर्माण भी कराया था।