Khabarwala 24 News New Delhi Generate Electricity : आप जानते हैं कि दुनियाभर में कार्बन उत्सर्जन को कम करने की कवायद चल रही है। बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले पारंपरिक तरीकों में बड़ी मात्रा में कार्बन उत्सर्जन होता है। ये हमारे ग्रह धरती के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है।
क्या वाकई में संभव है ? (Generate Electricity)
इसी कड़ी में ज्यादातर देशों ने धूप, हवा और पानी से अक्षय ऊर्जा हासिल कर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। हालांकि, इसके लिए सरकारों को काफी खर्च और मशक्कत करनी पड़ रही है। अब सोचिए कि आप अपने घर के फर्श पर चल रहे हैं, नाच रहे हैं या आपके घर में बच्चे कूद रहे हैं और आपको अपनी जरूरत भर की बिजली मिल रही है। क्या ये वाकई संभव है?
इंग्लैंड की राजधानी लंदन के एक स्टार्टअप ने ऐसा ही एक खास फर्श तैयार किया है। इस पर दौड़ने, नाचने और चलने से बिजली बनाई जा सकती है। स्टार्टअप का दावा है कि इस फर्श को क्लबों, शॉपिंग मॉल और रेलवे स्टेशनों पर लगे स्मार्ट डांस प्लोर पर लगाया जा सकता है। इन सभी जगहों पर सैकड़ों-हजारों लोग हर दिन चलते हैं।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो लोगों के चलने, दौड़ने, कूदने या नाचने से काइनेटिक ऊर्जा पैदा होती है। इस खास फर्श की मदद से इसी काइनेटिक एनर्जी को बिजली में तब्दील किया जा रहा है. भीड़ वाली हर जगह इस फर्श को लगाकर फायदा मिल सकता है. दरअसल, यह खास फर्श लोगों के कदमों के वजन को ऊर्जा में बदलता है. बता दें कि हर कदम से 5 जूल तक ऊर्जा पैदा होती है।
टरबाइन घूमने वाले दरवाजे से जोड़ बनाई बिजली (Generate Electricity)
लंदन में एक रेलवे स्टेशन में एक प्रयोग किया गया। शोधकर्ताओं ने स्टेशन के अंदर आने वाले गेट पर लगे घूमने वाले दरवाजों में टरबाइन जोड़ दी फिर इन दरवाजों के घूमने से हर दिन 2200 वॉट बिजली बनी। बता दें कि लंदन में इतनी बिजली चार लोगों के परिवार में 9 घंटे तक इस्तेमाल की जा सकती है।
अब सवाल ये उठता है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई। दरअसल, स्कॉटलैंड के ग्लासगो में एक कला केंद्र एसडब्ल्यूजी-3 शहर की कुछ सबसे बड़ी डांस पार्टियों की मेजबानी करता है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एसडब्ल्यूजी-3 के प्रबंध निदेशक एंड्रयू फ्लेमिंग ब्राउन ने कहा कि कोरोना महामारी के दूसरे फेस में ओमिक्रॉन वेरिएंट के आने से पहले 2021 की गर्मियों और सर्दियों में क्लब के टिकट्स की जबरदस्त बिक्री हुई।
क्या कार्बन उत्सर्जन घटेगा बॉडीहीट सिस्टम से? (Generate Electricity)
एसडब्ल्यूजी-3 और जियोथर्मल एनर्जी कंसल्टेंसी टाउनरॉक एनर्जी ने मिलकर सोचा कि क्या डांस फ्लोर कैथारसिस को कुछ ऐसे इस्तेमाल किया जा सकता है, जो हमारे ग्रह के लिए फायदेमंद हो? उन्होंने क्लब में एक नवीकरण हीटिंग और कूलिंग सिस्टम लगाया, जो क्लब में आने वाले लोगों के शरीर की गर्मी का इस्तेमाल कर चलता है।
इससे एसडब्ल्यूजी-3 के कुल कार्बन उत्पादन को 70 फीसदी तक कम करने में मदद मिली. इसके बाद दोनों ने मिलकर एक कंपनी शुरू की, जो दूसरे इवेंट प्लेसेस पर यही तकनीक स्थापित करने लगी। टाउनरॉक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी डेविड टाउनसेंड ने कहा कि हर किसी को डांस करना पसंद होता है। हमने उनकी इसी ऊर्जा का इस्तेमाल करने का सोचा, जिसके अच्छे नतीजे मिले।
बॉडीहीट प्रोजेक्ट पर कैसे शुरू हुआ काम? (Generate Electricity)
टाउनसेंड एसडब्ल्यूजी-3 में हर दिन आते थे। इसी दौरान फ्लेमिंग ब्राउन ने अपने क्लब के कार्बन उत्सर्जन को करने वाली प्रणाली खोजने की इच्छा जाहिर की। इस पर ब्राउन के एक मित्र ने उन्हें टाउनसेंड से मिलवाया था। ब्राउन के मुताबिक, उस समय उनके क्लब में हर साल 2.5 लाख से ज्यादा लोग आते थे।
टाउनसेंड ने इसी भीड़ की काइनेटिक एनर्जी को बिजली में तब्दील करने पर काम करना शुरू किया। टाउनसेंड बताते हैं कि कई भूतापीय ऊर्जा परियोजनाओं में गहरे कुएं खोदे जाते हैं, जो धरती की प्राकृतिक गर्मी का दोहन करते हैं. लेकिन, एक भू-तापीय कुआं खोदने में लाखों पाउंड खर्च हो जाते हैं। इसके बजाय हमने सोचा कि क्यों न ग्राहकों से मिलने वाली गर्मी को इकट्ठा किया जाए. फिर इसे इकट्ठा करने के लिए जमीन का इस्तेमाल करें?
मानव शरीर पैदा करता है कितनी ऊर्जा? (Generate Electricity)
डांस और स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. सेलिना शाह के मुताबिक, आराम के दौरान मानव शरीर करीब 100 वाट ऊर्जा पैदा करता है। वहीं, डांस के दौरान मानव शरीर से ऊर्जा का उत्पादन पांच से छह गुना तक बढ़ सकती है। उनके मुताबिक, क्लब डांस फ्लोर गर्मी पैदा करने में बेहद अच्छे हो सकते हैं। डांस के दौरान हर व्यक्ति के शरीर से करीब-करीब दौड़ने के बराबर ऊर्जा पैदा होती है।
एसडब्ल्यूजी-3 में इस ऊर्जा को इकट्ठा करने के लिए टाउनरॉक ने हीट पंप तैयार किया। ये पंप क्लबर्स की बॉडीहीट को सामान्य एयरकंडीशनर्स की तरह वातावरण के बजाय करीब 500 फीट गहरे 12 बोरहोल में ट्रांसफर कर देता है। टाउनसेंड के मुताबिक, ये बेारहोल अंडरग्राउंड रॉक्स के बड़े क्यूब्स को थर्मल बैटरी में तब्दील कर देता है। इसी से ऊर्जा इकट्ठी होती है और इमारत के इस्तेमाल के लिए बिजली तैयार हो जाती है।
कब शुरू किया गया इस प्रोजेक्ट पर काम ? (Generate Electricity)
एसडब्ल्यूजी-3 के इस सिस्टम का विकास 2019 में शुरू हुआ था। कोरोना महामारी और फिर वित्तीय अनिश्चितता ने परियोजना को कई महीनों तक रोक दिया। ब्राउन और टाउनसेंड ने 2025 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य निर्धारित किया। लॉकडाउन के बाद 2020 में परियोजना पर फिर काम शुरू हुआ तो बॉडीहीट परियोजना का केंद्रीय घटक बन गई फिर एसडब्ल्यूजी-3 के दो मुख्य आयोजन स्थलों में इस सिस्टम को प्रयोग के तौर पर स्थापित किया गया फिर इस सिस्टम से बनने वाली बिजली के जरिये बाथरूम में गर्म पानी और आर्ट स्टूडियो में हीटिंग सुविधा उपलब्ध कराने की योजना पर काम शुरू हुआ। इससे एसडब्ल्यूजी-3 को अपने तीन गैस बॉयलरों से छुटकारा मिला।
सिस्टम के लिए करना होगा कितना खर्च? (Generate Electricity)
फ्लेमिंग ब्राउन के मुताबिक, क्लब के बराबर जगह में पारंपरिक ताप और शीतलन प्रणाली की लागत 30,000 से 40,000 पाउंड होगी. वहीं, बॉडीहीट सिस्टम के पहले चरण में ही 350,000 पाउंड खर्च होगा। उनका कहना है कि ये सिस्टम काफी महंगा है।
उन्होंने बताया कि स्कॉटलैंड के लो कार्बन इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रांजिशन प्रोग्राम के तहत मिले अनुदान ने पहले चरण की आधी लागत को कवर किया। वहीं, सरकार समर्थित कम ब्याज वाले कर्ज ने बाकी की मदद कर दी। फ्लेमिंग-ब्राउन का अनुमान है कि बिजली बिल पर होने वाली बचत से करीब पांच साल में लागत की वसूली हो जाएगी। उनके इस सिस्टम में बर्लिन क्लब श्वूज़ और स्कॉटिश कला परिषद रुचि जता चुकी है।
हुआ है एनर्जी टाइल्स का भी इस्तेमाल (Generate Electricity)
डांस का इस्तेमाल पहले भी ऊर्जा पैदा करने के लिए किया जाता रहा है। एक दशक से भी ज्यादा समय पहले डच कंपनी एनर्जी फ्लोरर्स ने टाइल्स की एक सीरीज पेश की थी, जो डांसर्स के कदमों को बिजली में बदल देती है। रॉटरडैम में क्लब वाट ने 2008 में टाइलें लगाईं और तब से इनका इस्तेमल सैकड़ों दूसरी परियोजनाओं में भी किया गया है। बैंड कोल्डप्ले ने अपने पर्यावरण अनुकूल 2022 दौरे में ब्रिटिश कंपनी पावेजेन के डिजाइन किए काइनेटिक फर्श का इस्तेमाल किया। टाउनसेंड ने बताया कि टाउनरॉक और पावेगेन समझौते पर चर्चा कर रहे हैं। फ्लेमिंग-ब्राउन के मुताबिक, हमने शुरू में नहीं सोचा था कि डांस इस परियोजना का इतना बड़ा हिस्सा होगा। उन्होंने कहा कि उनकी तकनीक लोगों की बड़ी भीड़ पर निर्भर करती है।