गाजियाबाद धर्मांतरण मामला Khabarwala24News Ghaziabad : यूपी के जनपद गाजियाबाद में ऑनलाइन गेम (Online Game) के जरिए युवकों के धर्मांतरण मामले में महाराष्ट्र (Maharashtra) के अलीबाग के एक लॉज से आरोपी शाहनवाज मकसूद खान उर्फ बद्दो को उसके भाई के साथ ठाणे पुलिस (Thane Police) ने गिरफ्तार किया है.।आलमबाग से गिरफ्तार करके शाहनवाज को मुंब्रा पुलिस स्टेशन लाया गया। पुलिस आरोपी से पूछताछ की जा रही है। बताया गया कि इस दौरान यूपी एसटीएफ भी मौजूद है। आरोपी को यूपी पुलिस को सौंपा जाएगा। फिर यूपी पुलिस पूछताछ कर मामले की तय तक पहुंचेगी।
आरोपी शाहनवाज मकसूद खान को धर्मांतरण अधिनियम की धारा 3,5(1) के तहत तलाशने का काम मुंब्रा पुलिस थाना को दिया गया था। पुलिस ने आरोपी और उसके रिश्तेदारों के मोबाइल फोन पर सर्विलांस की मदद से निगाह रखनी शुरू की। इससे एक सुराग मिला कि आरोपी मुंबई की वर्ली पुलिस स्टेशन की सीमा में है। फिर वर्ली पुलिस की मदद से तलाशी ली गई लेकिन रात को ही शाहनवाज अलीबाग के लिए निकल गया था। अलीबाग के एक लॉज से करीब 11 बजे स्थानीय पुलिस की मदद से उसे तत्काल हिरासत में ले लिया गया.
कैसे हुई आरोपी और पीड़ित की दोस्ती
आरोपी और पीड़ित लड़के के बीच 2021 की शुरुआत में गेमिंग एप्लिकेशन फोर्ट नाइट के माध्यम से एक-दूसरे को जाना गया। एक-दूसरे से बात करने के लिए डिस्कोड सुविधा के माध्यम से गेम खेलने वाले लोग दोस्ती में बदल गए और फोन लेकर बात करने लगे। दिसंबर 2021 के अंत में कुछ दिनों के बाद वेलोरेंट खेल खेलना शुरू कर दिया। वेलोरेंट गेम खेलते हुए जब वे टारगेट प्लेस आइस-बॉक्स पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले धर्मांतरण की बात की और जाकिर नाइक के भाषण पर चर्चा की। आरोपी अपने आवास पर कंप्यूटर पर गेम खेल रहा था। उसके पास वन प्लस मोबाइल है। आरोपी के घर में आई-पैड और कंप्यूटर है। आरोपी का व्हाट्सएप नंबर और नाम के साथ एक इंस्टाग्राम अकाउंट भी है।
गेमिंग ऐप की आड़ में खेले जा रहा था धर्मांतरण का खेल
गाजियाबाद के कविनगर निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर 30 मई को कविनगर थाने में मामला दर्ज हुआ था। छानबीन के बाद पुलिस ने गाजियाबाद से अब्दुल रहमान उर्फ़ नन्नी अंसारी को गिरफ्तार किया। अंसारी से पूछताछ में शाहनवाज का नाम सामने आया था। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस की टीम आरोपी की तलाश में ठाणे आई थी। आरोप है कि शाहनवाज और उसका साथी अंसारी फर्जी आईडी बना ऑनलाइन गेमिंग ऐप Fornite Gameके जरिए बच्चों के संपर्क में आता था और उन्हें अपने जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण कराते थे। गेम में हारने वाले से कलमा पढ़ाते थे। नाबालिगों को बताया जाता था कि कलमा पढ़ने से वे जीत जाएंगे। नाबालिगों का ब्रेन वॉश करने के लिए प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर के विडियो दिखाते थे।