Ghaziabad News Khabarwala24News Ghaziabad : गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। यहां के रहने वाले हिंदू परिवार का नाबालिग लड़का पांच वक्त घर से बाहर जाने लगा। पहले तो परिजन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। मगर, जब उन लोगों ने लड़के से बाहर जाने का कारण पूछा तो उसने जिम जाने की बात परिजन को बताई।
इसके बाद मामले का पर्दाफाश हुआ तो पता चला कि नाबालिग जिम के नाम पर नमाज पढ़ने के लिए जाता है। यह जानकर परिजन के पैरों तले जमीन खिसक गई। इस मामले की शिकायत परिजन ने कविनगर पुलिस से की थी। पुलिस ने मामले में साइबर टीम की मदद ली और एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस मामले में जो पर्दाफाश किया है। वह बहुत ही हैरान करने वाला है।
गाजियाबाद के साथ साथ महाराष्ट्र से भी जुड़े हैं तार
आपको बता दें कि , धर्म परिवर्तन की शिकायत सामने आने के बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने धर्मांतरण करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए गाजियाबाद के सेक्टर 23 स्थित जामा मस्जिद में 15 सदस्यीय कमेटी के सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार किया है। जानकारी करने पर पता चला कि वह महाराष्ट्र के रहने वाले शाहनवाज मकसूद के साथ मिलकर नाबालिग लड़कोंं का धर्मांतरण कराता था।
यह भी जानकारी मिली है कि यह लोग नाबालिगों का ब्रेन वॉश करने के लिए भारत में प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नाइक और तारिक जमील के वीडियो दिखाया करते थे। आरोपी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, वहीं दूसरे आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र भेजी गई है।
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कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस टीम द्वारा नाबालिग बच्चे काे बहला फुसलाकर धर्मांन्तरण कराने वाला अभियुक्त गिरफ्तार ।@Uppolice pic.twitter.com/06IFghnDtm
— POLICE COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@ghaziabadpolice) June 4, 2023
गेम जीतने के लिए कुरान की आयात पढ़ाई जाती थी
पुलिस के अनुसार , ऑनलाइल गेमिंग ऐप के जरिए नाबालिग युवाओं को बरगलाकर धर्मांतरण का काला खेल किया जा रहा था। धर्मांतरण कराने के लिए नाबालिगों को fort nite गेम एप पर ऑनलाइन गेम खिलाया जाता था। गेम खेलने वालों में कुछ फर्जी लोग हुआ करते थे, जिनकी आईडी हिंदू नामों से होती थीं।
बताया गया कि यह लोग नाबालिगों को गेम में जीत हासिल करने के लिए उनसे कहते कि अगर जीतना है तो कुरान की आयत पढ़।. जो नाबालिग इनकी बातों में आ जाते उनको यह लोग धीरे-धीरे आयतें पढ़ना सिखाते, कुरान और इस्लाम पर भरोसा करना सिखाते। यह भी बताया गया कि विश्वास दिलाने के लिए नाबालिगों को गेम में जीत भी हासिल करवाई जाती।
एक बार नाबालिगों को जब इन पर विश्वास होने लगता तो दूसरे स्टेप में diccord एप पर नाबालिगों को पर्सनली चैटिंग की जाती। उन्हें पूरी तरह से अपनी मुठ्ठी में करने बाद इस्लामिक रीतियों की जानकारी दी जाती थी।
डॉ. जाकिर नाइक और तारिक जमील की दिखाई जाती थी वीडियो
बताया गया कि जब नाबालिग लड़के पूरी तरह से इन लोगों के कंट्रोल में आ जाते तो इसके बाद नाबालिगों को प्रतिबंधित इस्लामिक स्पीकर डॉक्टर जाकिर नाइक और तारिक जमील के वीडियो दिखाए जाते, जिससे इनके अंदर इस्लाम की तरफ और झुकाव हो जाए और फिर यह लोग इस्लाम धर्म अपना लें। जब नाबालिग इस्लाम अपना लेते तो यह लोग उनका एफिडेविट भी बनवा दिया करते थे।
एक गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी
डीसीपी सिटी ने जानकारी देते हुए कहा है कि अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बद्दो नामक फर्जी आईडी के जरिए धर्मांतरण कराने वाले शख्स मोहम्मद शहनवाज मकसूद की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। बताया गया कि एक पुलिस टीम को महाराष्ट्र के ठाणे में भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार गैंग गाजियाबाद के रहने वाले दो नाबालिग, एक चंडीगढ़ और एक हरियाणा के नाबालिग का धर्म परिवर्तन करा चुके हैं। आरोपियों के अन्य साथियों को तलाश की जा रही है। गिरफ्तार अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी और बद्दो उर्फ शहनवाज मकसूद दोनों के बीच संबंध की जानकारी भी पुलिस पता लगा रही है, क्योंकि इन दोनों का ही संबंध धर्म परिवर्तन करने वाले युवाओं के साथ रहा है।