Gorakhpur News:Khabarwala 24 NewsGorakhpur: उत्तर प्रदेश में अवैध निर्माण या माफिया की अवैध संपत्ति पर योगी सरकार का बुलडोजर रुकने का नाम नहीं ले रही है। लगातार चल रहा है। गोरखपुर के टॉप फाइव माफिया में शामिल विनोद उपाध्याय का है। माफिया विनोद उपाध्याध की बेनामी संपत्ति पर गोरखपुर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी के आदेश पर गुलरिया थाना क्षेत्र स्थित मकान को जमींदोज कर गया। करीब 500 स्क्वायर मीटर पर बने मकान में कुछ दिन पहले तक विनोद उपाध्याय का परिवार रहता था। अब योगी सरकार का बुलडोजर चल गया है। परिवार के लोग मकान पर ताला लगाकर पहले ही फरार हो गए थे। बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने माफिया का मकान बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया
माफिया विनोद उपाध्याय का मकान किया जमींदोज
बताया गया कि जनपद गोरखपुर के चिह्नित माफिया पर 32 मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी और गैंगस्टर एक्ट में माफिया विनोद उपाध्याय को पुलिस की तलाश है। उन्होंने बताया कि विनोद उपाध्याय ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया था। 4 हत्या, 4 गैंगस्टर, रंगदारी और हत्या के प्रयास में वांटेड की गिरफ्तारी पर इनाम की राशि और बढ़ाई जाएगी। आपको बता दें कि काफी समय से फरार माफिया विनोद उपाध्याय पर इनाम की राशि पहले 25 हजार थी। विनोद उपाध्याय को दबोचने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। विनोद उपाध्याय के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुका है।
50 हजार रुपये का इनामी है माफिय विनोद उपाध्याय
माफिया विनोद उपाध्याय के खिलाफ गुलरिहा थाने में २३ मई को रंगदारी और धमकी देने का नया मामला भी दर्ज हुआ था। गैंगस्टर विनोद उपाध्याय की गिनती उत्तर प्रदेश के टॉफ माफिया की फेहरिस्त में होती है। वर्ष 2007 में विनोद उपाध्याय गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर किस्मत आजमा चुका है। बताया जाता है कि सतीश मिश्रा से नजदीकी के कारण बसपा ने ने विनोद उपाध्याय को गोरखपुर की जिम्मेदारी सौंपी थी।